कीव । रूस ने यूक्रेन के ऊर्जा क्षेत्र के बुनियादी ढांचे को निशाना बनाकर रविवार को बड़े पैमाने पर ड्रोन और मिसाइलों से हमला किया, जिसमें कई लोगों की मौत हो गई। रूस के इस हमले को हाल के महीनों में यूक्रेन पर किया गया सबसे भीषण हमला बताया जा रहा है। यह हमला ऐसे समय में हुआ है जब इस बात की आशंका बढ़ रही है कि मॉस्को की मंशा सर्दियों के मौसम से पहले यूक्रेन की बिजली उत्पादन क्षमता को नष्ट करने की है। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा कि रूस ने यूक्रेन में बड़े पैमाने पर हमला करते हुए कुल 120 मिसाइलें और 90 ड्रोन दागे। जेलेंस्की ने दावा किया कि हमले में विभिन्न प्रकार के ड्रोन का इस्तेमाल किया गया, जिनमें ईरान निर्मित शाहिद, साथ ही क्रूज, बैलिस्टिक और विमान से प्रक्षेपित बैलिस्टिक मिसाइलें भी शामिल हैं। जेलेंस्की ने टेलीग्राम पर साझा किए गए एक बयान में कहा कि यूक्रेनी सुरक्षाबलों ने 140 मिसाइल और ड्रोन को मार गिराया। जेलेंस्की ने कहा कि दुश्मन का लक्ष्य यूक्रेन में हमारा ऊर्जा ढांचा था। टकराने और गिरने वाले मलबे से नुकसान पहुंचा है। माइकोलाइव में ड्रोन हमले के परिणामस्वरूप दो लोगों की मौत हो गई और छह अन्य घायल हो गए, जिनमें दो बच्चे भी शामिल हैं। कीव के सिटी सैन्य प्रशासन के प्रमुख सेरही पोपको के अनुसार ड्रोन और मिसाइल का संयुक्त हमला तीन महीनों में सबसे बड़ा था। फरवरी 2022 में मॉस्को द्वारा अपने पड़ोसी पर किए गए पूर्ण आक्रमण के बाद से रूसी हमलों ने यूक्रेन के बिजली के बुनियादी ढांचे को भारी नुकसान पहुंचाया है, जिसके कारण बार-बार आपातकालीन रूप से बिजली की कटौती की गई है। यूक्रेन के अधिकारियों ने नियमित रूप से पश्चिमी सहयोगियों से आग्रह किया है कि वे हमलों का मुकाबला करने तथा मरम्मत के लिए देश की हवाई सुरक्षा को मजबूत करें। स्थानीय रिपोर्टों के अनुसार रविवार को यूक्रेन में राजधानी कीव, प्रमुख दक्षिणी बंदरगाह ओडेसा तथा देश के पश्चिमी और मध्य क्षेत्रों सहित पूरे यूक्रेन में विस्फोटों की आवाज सुनी गई।