नई दिल्ली। देश में सर्दी के मौसम में सॉफ्ट आयल की मांग बढ़ने से देश के खाद्य तेल-तिलहन बाजार में बीते सप्ताह लगभग सभी तेल-तिलहनों के दाम में मजबूती दिखी। बाजार सूत्रों के मुताबिक सरकार ने खाद्यतेलों के आयात शुल्क में वृद्धि की है, जिसकी वजह से खाद्य तेलों के दाम मजबूत हो गए हैं। इस बढ़ती मांग के परिणामस्वरुप सरसों की आवक कम हो रही है। हरियाणा में सहकारी संस्थाओं ने ज्यादातर सरसों की खरीद कर ली है, लेकिन इससे आवक में अभी भी कमी है। सूत्रों का कहना है कि सरसों की संभलकर बिक्री की जानी चाहिये ताकि खाद्यतेल बाजार में सभी चीजों का उपलब्धता बना रहे। विदेशों में भी खाद्य तेलों के निर्माण में बढ़ोतरी की वजह से खाद्य तेलों की मांग बढ़ी है। सोयाबीन तेल के भी दाम में सुधार देखा गया है। बीते सप्ताह सरसों दाने का थोक भाव 85 रुपये के सुधार के साथ 6,700-6,750 रुपये प्रति क्विंटल पर बंद हुआ। सरसों दादरी तेल का थोक भाव 25 रुपये की तेजी के साथ 14, 150 रुपये प्रति क्विंटल पर बंद हुआ। सरसों पक्की और कच्ची घानी तेल का भाव क्रमश: 10-10 रुपये की तेजी के साथ क्रमश: 2,310 – 2,410 रुपये और 2,310- 2,435 रुपये टिन (15 किलो) पर बंद हुआ। डीओसी की स्थानीय मांग के कारण समीक्षाधीन सप्ताह में सोयाबीन दाने और सोयाबीन लूज का थोक भाव क्रमश: 75-75 रुपये की तेजी के साथ क्रमश: 4,625 – 4,675 रुपये और 4,325 – 4,360 रुपये प्रति क्विंटल पर बंद हुआ। सोयाबीन दिल्ली, सोयाबीन इंदौर और सोयाबीन डीगम के दाम भी क्रमश: 125 रुपये, 175 रुपये और 75 रुपये बढ़कर क्रमश: 14,650 रुपये, 14,400 रुपये और 10,675 रुपये क्विंटल पर बंद हुए। मूंगफली तेल-तिलहन कीमतों में भी पिछले सप्ताहांत के मुकाबले सुधार का रुख दिखा। मूंगफली तिलहन का भाव जहां 275 रुपये के सुधार के साथ 6,725 7,000 रुपये क्विंटल पर बंद हुआ, वहीं मूंगफली तेल गुजरात 425 रुपये की तेजी के साथ 15,675 रुपये क्विंटल और मूंगफली साल्वेंट रिफाइंड तेल का भाव 70 रुपये की तेजी दर्शाता 2,370-2,670 रुपये प्रति टिन पर बंद हुआ।