अगरतला (हि.स.)। केंद्रीय संचार एवं पूर्वोत्तर विकास मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि पूर्वोत्तर देश का विकास इंजन बने, यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की केवल आशा और अभिलाषा नहीं है, बल्कि यह प्रधानमंत्री मोदी का संकल्प भी है। इसके लिए व्यापक पैमाने पर कार्य भी इन वर्षों में किए गए हैं। सिंधिया ने कहा कि बीते 10 वर्षों में विभिन्न योजनाओं के माध्यम से प्रधानमंत्री तथा राज्य सरकारों ने मिलकर पूर्वोत्तर राज्यों में परिवर्तन लाए हैं। सिंधिया शुक्रवार को अगरतला में त्रिपुरा के मुख्यमंत्री प्रो. माणिक साहा के साथ बैठक करने के बाद एक संयुक्त पत्रकार वार्ता को संबोधित कर रहे थे। अपने तीन दिवसीय पूर्वोत्तर दौरे के तीसरे दिन शुक्रवार को केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने त्रिपुरा तथा मेघालय में विभिन्न कार्यक्रमों में हिस्सा लिया। अपनी यात्रा के पहले और दूसरे दिन सिंधिया ने अरुणाचल प्रदेश, मिजोरम तथा नगालैंड के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठकें कीं। साथ ही वे अन्य कई कार्यक्रमों में भी शामिल हुए। उन्होंने मिजोरम तथा नगालैंड के बाद शुक्रवार को अगरतला में मीडिया को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र के लिए पहले 24,000 करोड़ रुपए का बजट आवंटन किया जाता था, लेकिन आज इस क्षेत्र के लिए 1,03,000 करोड़ रुपए का बजट आवंटित किया गया है। बजट के आवंटन में चार गुणा बढ़ोतरी की गई है। सिंधिया ने कहा कि अगर एक-एक क्षेत्र को अलग से देखें तो सड़क के क्षेत्र में भी पूर्वोत्तर में व्यापक पैमाने पर कार्य हुए हैं। जहां 65 वर्षों में 10,000 किलोमीटर राष्ट्रीय राजमार्ग बनाए गए थे, वहीं 10 वर्षों के प्रधानमंत्री मोदी के कार्यकाल में 5,500 किलोमीटर नए राष्ट्रीय राजमार्ग पूर्वोत्तर क्षेत्र में बनाए गए हैं। केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने कहा कि रेल के क्षेत्र में भी ऐसी स्थिति रही है। उन्होंने कहा कि पहले पूर्वोत्तर के सिर्फ एक राज्य में लोगों को रेल की सुविधा मिल रही थी, आज तीन राज्यों में रेलवे की सुविधा जनता को मिल रही है। सरकार का लक्ष्य है कि आने वाले दो-तीन वर्षों में पूर्वोत्तर के सभी राज्यों में रेल की सुविधा तैयार हो जाएगी। उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर राज्यों में रेलवे की 30 अलग-अलग परियोजनाओं पर काम चल रहा है। इसके लिए रेलवे विभाग द्वारा 82,000 करोड़ रुपए का आबंटन किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि जहां पहले प्रत्येक माह सिर्फ 60 किलोमीटर नई रेल लाइनें बिछाई जा रही थी, वहीं आज 190 किलोमीटर नई रेल लाइन प्रति माह बिछाई जा रही हैं। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि नागरिक विमानन के क्षेत्र में भी पूर्वोत्तर में उल्लेखनीय कार्य हुए हैं। जहां 65 वर्षों में सिर्फ नौ एयरपोर्ट पूर्वोत्तर में बनाए गए थे । पूर्वोत्तर के दो राज्यों में 65 वर्षों में एयरपोर्ट ही नहीं बने थे। वहीं, आज पूर्वोत्तर में 17 एयरपोर्ट है। उन्होंने कहा कि बीते 10 वर्ष के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यकाल में हर क्षेत्र में इसी प्रकार तेजी से कार्य हुए हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश की माणिक साहा सरकार में त्रिपुरा का विकास तेजी से हुआ है। यही वजह है कि आज यहां का सकल घरेलू उत्पाद 90,000 करोड़ रुपए तक पहुंच चुका है। त्रिपुरा में साक्षरता की दर 97 फीसदी तक पहुंच चुकी है। पर कैपिटा जीडीपी 9 प्रतिशत की दर से आगे बढ़ रही है। प्रति व्यक्ति आय 1,60,000 रुपए तक पहुंच गई है। इस दौरान केंद्रीय मंत्री ने त्रिपुरा के साथ-साथ पूरे पूर्वोत्तर राज्यों में चल रहे विकास कार्यों तथा संपूर्ण हुए कार्यों की भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में और भी अनेक परियोजनाएं शुरू की जा रही हैं जिससे पूर्वोत्तर भारत के विकास का इंजन बनेगा। केंद्रीय मंत्री सिंधिया के तीन दिवसीय पूर्वोत्तर दौरे का आज तीसरा और अंतिम दिन है। केंद्रीय मंत्री सिंधिया बुधवार की देर शाम इटानगर पहुंचे थे। इटानगर पहुंचने पर उन्होंने अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री तथा राज्य के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठकें कीं। इस यात्रा के दौरान उन्होंने अरुणाचल प्रदेश और मिजोरम के साथ ही नगालैंड में भी मुख्यमंत्री के साथ बैठक की। आज वे त्रिपुरा का दौरा कर रहे हैं। उन्होंने त्रिपुरा के मुख्यमंत्री प्रो. माणिक साहा के साथ भी समीक्षा बैठक की। सिंधिया अगरतला में जनजातीय गौरव दिवस कार्यक्रम में भी शामिल हुए। सिंधिया अपनी इस यात्रा के दौरान आज मेघालय भी जाएंगे, जहां वे री- भोई जिले में चेरी ब्लॉसम महोत्सव – 2024 में भाग लेंगे।