नई दिल्ली। प्याज की कीमत एक बार फिर से बढ़ने लगी है, जैसे बाजारों में यह 80 रुपये किलो पार कर गई है। विशेषज्ञों के मुताबिक खासकर राजस्थान, महाराष्ट्र, और कर्नाटक में खरीफ फसल की गुणवत्ता खराब रही है, जिसकी वजह से नई फसल न आने के कारण प्याज की कीमतों में वृद्धि आई है। नासिक के पिंपलगांव बाजार में बेहतरीन गुणवत्ता वाले प्याज की मांग बढ़ गई है और कीमतें 15 दिनों में 70 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गई हैं। इसी दौरान औसत कीमत भी 58 रुपये प्रति किलोग्राम तक बढ़ गई है। बांग्लादेश की ओर से प्याज पर आयात शुल्क हटाने से निर्यात में तेजी आई है, लेकिन व्यापारियों को उम्मीद है कि जब नई फसल की आवक शुरू होगी, तो कुछ हफ्तों के बाद कीमतों में गिरावट आएगी। व्यापारियों के अंदरूनी सूत्रों के मुताबिक अगस्त में भारी बारिश के कारण नई फसल की आवक में देर आ रही है, लेकिन राजस्थान के अलवर में और कुछ अन्य बाजारों में खरीफ की नई फसल की आवक बढ़ रही है। व्यापार जगत के जानकारों के अनुमान है कि नवंबर के अंत तक प्याज की कीमतें थोक बाजारों में 30 रुपये प्रति किलोग्राम के आरामदायक स्तर पर आ जाएंगी।