650 फीट गहरी खाई में गिरी बस, 38 की मौत

देहरादून (हि.स.)। नदी में बिखरे शवों के ढेर में अपनों को तलाशती नम आखें और चारों ओर भयावह मंजर देख लोग दहल गए। यही नहीं, एक साथ 38 शवों का सामूहिक पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर की भी रूह कांप उठी। सोमवार को आपदा प्रभावित राज्य उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले से बस हादसे की जो तस्वीरें सामने आई, उसने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया। बस में सवार अधिकतर लोग दीपवाली की छुट्टी मनाकर कार्यस्थल पर लौट रहे थे। जिस जगह हादसा हुआ है, वह पहाड़ी इलाका है। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी अल्मोड़ा विनीत पाल की रिपोर्ट के अनुसार हादसे में 10 महिला समेत 36 यात्रियों की मौत हुई है और 27 लोग घायल हुए हैं। 42 सीटर बस पर कुल 63 सवारी खचाखच भरी थी। बताया जा रहा है कि ओवरलोडिंग के कारण यह बड़ा हादसा हुआ है। मृतकों की संख्या में इजाफा हो सकता है। बस गढ़वाल मोटर्स ओनर्स यूनियन लिमिटेड की थी । कुमाऊं मंडल के आयुक्त दीपक रावत ने बताया कि यात्रियों से भरी बस गढ़वाल क्षेत्र के पौड़ी जिले के गौलीखाल से कुमाऊं क्षेत्र नैनीताल जिले के रामनगर जा रही थी। रामनगर से 35 किलोमीटर पहले अल्मोड़ा जनपद के सल्ट ब्लाक अंतर्गत मारचुला (कूपी बैंड) के समीप पहुंचते ही बस अनियंत्रित होकर 650 फीट गहरी खाई में जा गिरी। बताया जा रहा है कि एक संकरे मोड़ के पास चालक बस को नियंत्रित नहीं कर सका और यह खाई में गिर गई। मौके से आई तस्वीरें हादसे की भयावहता को दर्शाती हैं। बस जंगल से घिरे इलाके में चट्टानी ढलान से लुढ़कते हुए 200 मीटर तक लुढ़की और नाले के ठीक ऊपर अटक गई। बस के नदी में गिरते ही चींख- पुकार मच गई। कुछ लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि कुछ लोग बस से छिटककर और नीचे गिर गए। घायलों ने ही घटना की जानकारी दूसरों तक पहुंचाई। बता दें कि सोमवार की सुबह आठ बजे बस कुपी गांव से आगे को निकली थी। आठ बजकर 10 मिनट पर गांव वालों को हादसे की सूचना मिल गई। जानकारी होते ही गांव वाले दौड़ते हुए दुर्घटनास्थल पर पहुंच गए। सूचना मिलते ही पुलिस-प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची और राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया। मुश्किल से बस के अंदर फंसे शवों को निकाला गया। बचाव कार्य में धूमाकोट, सरियापानी, नैनीताल और रुद्रपुर पोस्ट से एसडीआरएफ की तीन टीमें भी रेस्क्यू में जुटी हुई थीं। गंभीर रूप से घायल चार लोगों को उपचार के लिए तत्काल हेली एम्बुलेंस के माध्यम से एम्स ऋषिकेश पहुंचाया गया। शेष अन्य घायलों को एम्स ऋषिकेश के अलावा रामनगर और हल्द्वानी में सरकारी अस्पताल पहुंचाया गया, जहां सभी का उपचार चल रहा है। उधर आज सुबह हुए बस हादसे पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह, अनेक केन्द्रीय मंत्रियों सहित वरिष्ठ राजनेताओं ने गहरा दुःख जताया है। वहीं प्रधानमंत्री मोदी ने इस दुर्घटना में मृतक के परिजनों को पीएमएनआरएफ से दो लाख रुपए, गंभीर रूप से घायलों को एक लाख व अपेक्षाकृत कम घायलों को 50 हजार रुपए सहायता राशि देने की घोषणा की है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा है कि उत्तराखंड के अल्मोड़ा में सड़क दुर्घटना में महिलाओं और बच्चों सहित कई लोगों की मृत्यु का समाचार हृदय विदारक है। मैं शोक संतप्त परिवारों के प्रति गहन संवेदनाएं व्यक्त करती हूं तथा घायल हुए लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करती हूं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा है कि उत्तराखंड अल्मोड़ा में हुए सड़क हादसे में जिन्होंने अपनों को खोया है, उनके प्रति मेरी शोक-संवेदनाएं। इसके साथ ही मैं सभी घायलों की शीघ्र कुशलता की कामना करता हूं। राज्य सरकार की देखरेख में स्थानीय प्रशासन राहत और बचाव के हर संभव प्रयास में जुटा है। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने एक्स पर लिखा है कि उत्तराखंड के अल्मोड़ा में हुई बस दुर्घटना अत्यंत दुःखद है। इस हादसे में अपना जीवन गंवाने वाले लोगों के परिजनों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त करता हूं। स्थानीय प्रशासन द्वारा घायलों को त्वरित उपचार उपलब्ध कराया जा रहा है। ईश्वर से घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से.नि.) और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अल्मोड़ा बस हादसे में मृतकों के प्रति गहरा दुःख जताया। मुख्यमंत्री धामी ने प्रत्येक मृतक के आश्रितों को चार-चार लाख रुपए व घायलों को एक-एक लाख रुपए की सहायता राशि देने की घोषणा की है। अल्मोड़ा में हुए बस हादसे में अब तक कुल 38 यात्रियों की मौत हो चुकी है जबकि 24 यात्री घायल हैं। घायलों का विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। गंभीर रूप से घायलों को एम्स (ऋषिकेश) भेजा गया है। राहत व बचाव कार्य लगातार जारी है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी स्वयं राहत एवं बचाव कार्य पर नजर बनाए हुए हैं। हादसे को लेकर पुलिस-प्रशासन व परिवहन विभाग में हड़कंप मच गया है। वहीं स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर है। हादसे का कारण क्षमता से अधिक सवारियों का होना (ओवरलोडिंग ) बताया जा रहा है। यह एक 42 सीटर बस थी, जिसमें 60 के करीब यात्री सवार थे। दीपावली का त्योहार पूर्ण होने के चलते सवारियों की संख्या अधिक थी। इसके चलते मुख्यमंत्री धामी ने कार्रवाई करते हुए संबंधित उप क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी (एआरटीओ) को तत्काल निलंबित करने के आदेश दे दिए हैं। साथ ही इस दुर्घटना की मजिस्ट्रेट से जांच कराए जाने की घोषणा की है।

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