नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह का मानना है कि टीम के प्रमख बल्लेबाज पिछले कुछ समय से स्पिनरों का सही तरीके से सामना नहीं कर पा रहे जिससे उनका मनोबल भी कमजोर हुआ है। हरभजन के अनुसार टर्निंग पिचों पर बल्लेबाज स्पिनरों के खिलाफ सहज नजर नहीं आते हैं। इससे इनका बल्लेबाजी औसत भी नीचे आया है । न्यूजीलैंड के खिलाफ पुणे की टर्निंग पिच पर भारतीय बल्लेबाज स्पिनरों के सामने टिक नहीं पाये थे। ऐस में न्यूजीलैंड के मुख्य स्पिनर मिशेल सैंटनर को 13 विकेट मिले थे । हरभजन ने कहा, “हमारा घरेलू मैदान पर लंबे समय तक शानदार रिकॉर्ड रहा है और इसके बाद भी अगर आप हार जाते हैं तो जाहिर है कि आलोचना होगी ही । न्यूजीलैंड जिस तरह से खेला, उसे उसका श्रेय जाता है और ये विदेशी हालात और पिच भी नहीं थी जिसमें ज्यादा दरार हो। ” उन्होंने कहा, “पुणे में स्पिनरों के लिए अनुकूल हालात थे जहां गेंद को पहले घंटे से ही टर्न लेना चाहिए था । ” जिससे भारतीय बल्लेबाज दबाव में आ गये । उन्होंने भारतीय टीम की सोचने की प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए कहा, “पिछले दशकों के चलन को देखें। हम पिछले दशक में ज्यादातर टर्न लेती पिचों पर इस उम्मीद के साथ खेल रहे हैं कि हम टॉस जीतेंगे और 300 रन बनाएंगे और मैच पर अपना दबदबा बनायेंगे । वहीं जब ऐसा नहीं होत और दांव उल्टा पड़ जाता है तो टर्निंग पिच पर हमारी बल्लेबाजी चल नहीं पाती । इसका कारण है कि हमारे बल्लेबाजों ने इन पिचों पर खेलने का आत्मविश्वास खो दिया है, इसी कारण बल्लेबाजी धवस्त हुई है। अनुभवी खिलाड़ी तक गलती करते दिखे हैं ।