वाशिंगटन। इजरायल की सेना ने शनिवार को ईरान के खिलाफ बड़े पैमाने पर हमले करने का दावा किया है, जिससे दोनों देशों के बीच स्थिति और भी तनावपूर्ण हो गई है। ईरानी मीडिया के अनुसार, इजरायल ने ईरान के एक गुप्त परमाणु ठिकाने को निशाना बनाते हुए तेहरान के दक्षिण-पूर्व में स्थित एक सैन्य अड्डे की सुविधाओं को नुकसान पहुंचाया। विशेषज्ञों का कहना है कि इस ठिकाने को पहले ईरान के परमाणु हथियार कार्यक्रम से जोड़ा गया था। इस हमले को लेकर इजरायल और अमेरिका के बीच कुछ समझौते थे। इजरायल ने अमेरिका को आश्वासन दिया था कि वह ईरान के तेल संयंत्रों और नाभिकीय ठिकानों को नहीं निशाना बनाएगा । हालांकि, हालिया घटनाक्रम में इजरायल ने इस वादे को तोड़ते हुए हमले को अंजाम दिया। सेटेलाइट तस्वीरों में इस साइट पर हमले की पुष्टि हुई है। ईरान का कहना है कि उसका परमाणु कार्यक्रम शांतिपूर्ण है, लेकिन पश्चिमी देशों, खासकर अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी, का मानना है कि तेहरान सक्रिय रूप से अपने परमाणु कार्यक्रम को विकसित कर रहा है। इजरायल के हमले में चार ईरानी सैनिकों की मौत होने की सूचना है। ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने इजरायली हमले को बढ़ा-चढ़ाकर बताने और उसे कम करके आंकने से मना किया है, जबकि इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इसे सफल बताया और कहा कि इससे ईरानी सेना को गंभीर नुकसान हुआ है। इस संघर्ष की जड़ें तब और गहरी हो गई, जब हमास के नेता इस्माइल हानिया की हत्या ईरान में कर दी गई।