गुवाहाटी (हि.स.) । दीपक का उत्सव दीपावली अंधेरे पर प्रकाश के जीत का पर्व है। इस पर्व में मिट्टी से बने दिए का पारंपरिक महत्व रहा है। मिट्टी के दीये के बिना इस पर्व का कोई महत्व नहीं रह जाता है। दीपावली और धनतेरस के लिए इन दिनों बाजार पूरी तरह से सज कर तैयार है। बाजारों में समान खरीदने के लिए लोगों की भी उमड़ पड़ी है। वहीं ग्रामीण इलाकों में प्रकाश के इस उत्सव को सादगी से मनाने के लिए मिट्टी के दीये बिक रहे हैं। गुवाहाटी की सड़कों के किनारे दुकान लगाकर मिट्टी के दीये बिक रहे हैं। सुंदर सुंदर डिजाइन व रंगों के दीये उपलब्ध हैं। धनतेरस का त्योहार दीपावली के ठीक 2 दिन पहले मनाया जाता है, इस साल धनतेरस का त्योहार 29 अक्तूबर को मनाया जा रहा है। दिवाली के ठीक पहले धनतेरस के दिन सोना-चांदी के गहने, बर्तन या अन्य कीमती सामान खरीदने का विशेष महत्व बताया जाता है। मान्यता है कि इस दिन जो भी चीज खरीदी जाती है घर में समृद्धि और धन का आगमन करती है। गुवाहाटी के सभी ज्वेलर्स तथा बड़े – बड़े शोरूम धनतेरस के लिए सज गए हैं। आभूषण प्रतिष्ठान इस बार भी अपनी ग्राहकों के लिए भारी छूट के अलावा विभिन्न प्रकार के उपहार सामग्री पेश कर रहे हैं। सोने चांदी की दुकान में सोना-चांदी के ज्वैलरी खरीदने में उत्साह दिखाई दे रहा है। इसके अलावा कांसा, पीतल के बर्तन के दुकानों पर भी काफी भीड़ दिखाई दे रहा है। दीपावली के लिए घर सजाने की चीजे भी काफी बिक रही है सुंदर-सुंदर मूर्ति, घर की सजावट की सामग्री सभी उपलब्ध है वहां पर भी ग्राहकों की काफी भीड़ दिखाई दे रहा है। पूजा की सामग्री, गृह सजाने का सामान, विभिन्न प्रकार के लाइट्स, इलेक्ट्रॉनिक वस्तु आदि दुकानें सज गई हैं। दुकानों पर लोगों की भीड़ दिखाई दे रहा है। कपड़ों की भी काफी खरीदारी हो रही है। इसके अलावा रंगोली के लिए रंग तथा पटाखे भी काफी बिक रहे हैं। दीये भी बहुत सुंदर-सुंदर डिजाइनर रंगों में दीये मिल रहा है। जो देखने में बहुत आकर्षक लग रहा है।