घरेलू शेयर बाजार लगातार पांचवें दिन जबरदस्त बिकवाली का शिकार हो गया। कारोबार की शुरुआत मामूली बढ़त के साथ हुई थी। बाजार खुलते ही खरीदारी के सपोर्ट से इसकी चाल में थोड़ी और तेजी आई, लेकिन इसके बाद बिकवाली का दबाव बढ़ जाने की वजह से सेंसेक्स और निफ्टी दोनों सूचकांकों ने थोड़ी देर में ही लाल निशान में गोता लगा दिया। हालांकि खरीदारों ने बीच-बीच में लिवाली करके बाजार का सपोर्ट करने की कोशिश की लेकिन बिकवाली का दबाव इतना अधिक था कि शेयर बाजार की चाल में सुधार नहीं हो सका। पूरे दिन के कारोबार के बाद सेंसेक्स 0.83 प्रतिशत और निफ्टी 0.90 प्रतिशत की कमजोरी के साथ बंद हुए। कारोबार के दौरान पब्लिक सेक्टर एंटरप्राइज, एनर्जी और मेटल सेक्टर के शेयरों में सबसे अधिक बिकवाली होती रही। इसी तरह बैंकिंग, ऑटोमोबाइल, आईटी, कैपिटल गुड्स, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स, ऑयल एंड गैस और टेक इंडेक्स भी गिरावट के साथ बंद हुए। दूसरी ओर, फार्मास्यूटिकल और एफएमसीजी सेक्टर के शेयरों में खरीदारी होती रही। ब्रॉडर मार्केट में भी जबरदस्त दबाव बना रहा, जिसके कारण बीएसई का मिडकैप इंडेक्स 1.48 प्रतिशत की कमजोरी के साथ बंद हुआ। इसी तरह स्मॉलकैप इंडेक्स ने 2.44 प्रतिशत की गिरावट के साथ कारोबार का अंत किया। शेयर बाजार में आई गिरावट के कारण स्टॉक मार्केट के निवेशकों की संपत्ति में 6 लाख करोड़ रुपये से भी अधिक की कमी आ गई। बीएसई में लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैपिटलाइजेशन कारोबार के बाद घट कर 437.43 लाख करोड़ रुपये (अस्थाई) हो गया। जबकि पिछले कारोबारी दिन यानी गुरुवार को इनका मार्केट कैपिटलाइजेशन 443.79 लाख करोड़ रुपये था। इस तरह निवेशकों को के कारोबार से करीब 6.36 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हो गया। दिनभर के कारोबार में बीएसई में 4,021 शेयरों में एक्टिव ट्रेडिंग हुई। इनमें 853 शेयर बढ़त के साथ बंद हुए, जबकि 3,088 शेयरों में गिरावट का रुख रहा, वहीं, 80 शेयर बिना किसी उतार-चढ़ाव के बंद हुए। एनएसई में 2,514 शेयरों में एक्टिव ट्रेडिंग हुई। इनमें से 376 शेयर मुनाफा कमा कर हरे निशान में और 2, 138 शेयर नुकसान उठा कर लाल निशान में बंद हुए। इसी तरह सेंसेक्स में शामिल 30 शेयरों में से 9 शेयर बढ़त के साथ और 21 शेयर गिरावट के साथ बंद हुए। जबकि निफ्टी में शामिल 50 शेयरों में से 11 शेयर हरे निशान में और 39 शेयर लाल निशान में बंद हुए। बीएसई का सेंसेक्स 122.18 अंक की तेजी के साथ 80, 187.34 अंक के स्तर पर खुला। कारोबार की शुरुआत होते ही खरीदारी का सपोर्ट मिलने से ये सूचकांक 188.03 अंक की बढ़त के साथ 80,253.19 अंक तक पहुंच गया। इसके थोड़ी देर बाद ही बाजार पर मंदड़िये हावी हो गए, जिससे ये सूचकांक गिरता चला गया। बाजार में लगातार हो रही बिकवाली के कारण दोपहर 2-30 बजे तक ये सूचकांक ऊपरी स्तर से 1,115.21 अंक गिर कर 927.18 अंक की कमजोरी के साथ 79,137.98 अंक तक पहुंच गया। हालांकि कारोबार के आखिरी घंटे में हुई खरीदारी के कारण ये सूचकांक निचले स्तर से 264.31 अंक की रिकवरी करके 662.87 अंक की गिरावट के साथ 79,402.29 अंक के स्तर पर बंद हुआ। सेंसेक्स की तरह एनएसई के निफ्टी ने 18.65 अंक की मजबूती के साथ 24,418.05 अंक के स्तर से कारोबार की शुरुआत की। बाजार खुलने के बाद खरीदारी के सपोर्ट से ये सूचकांक 40.85 अंक की बढ़त के साथ 24,440.25 अंक तक पहुंचने में सफल रहा, लेकिन इसके बाद बिकवाली शुरू हो जाने की वजह से इस सूचकांक की चाल में गिरावट आ गई। लगातार हो रही बिकवाली की वजह से ये सूचकांक दिन के दूसरे कारोबारी सत्र में ऊपरी स्तर से 366.35 अंक टूट कर 325.50 अंक की गिरावट के साथ 24,073.90 अंक तक लुढ़क गया। हालांकि इसके बाद कारोबार के आखिरी घंटे में हुई खरीदारी के कारण ये सूचकांक निचले स्तर से 100 अंक से अधिक की रिकवरी करके 218.60 अंक की कमजोरी के साथ 24, 180.80 अंक के स्तर पर बंद हुआ। पूरे दिन के कारोबार के बाद स्टॉक मार्केट के दिग्गज शेयरों में से आईटीसी 2.25 प्रतिशत, एक्सिस बैंक 1.88 प्रतिशत, ब्रिटानिया 1.02 प्रतिशत, हिंदुस्तान यूनिलीवर 0.92 प्रतिशत और सन फार्मास्युटिकल्स 0.62 प्रतिशत की मजबूती के साथ के टॉप 5 गेनर्स की सूची में शामिल हुए। दूसरी ओर, इंडसइंड बैंक 18.63 प्रतिशत, अडाणी एंटरप्राइजेज 4.83 प्रतिशत, बीपीसीएल 4.71 प्रतिशत, श्रीराम फाइनेंस 4.70 प्रतिशत और महिंद्रा एंड महिंद्रा 3.73 प्रतिशत की गिरावट के साथ के टॉप 5 लूजर्स की सूची में शामिल हुए ।