नई दिल्ली । भारतीय महिला क्रिकेट टीम की पूर्व कप्तान अंजुम चोपड़ा ने टीम की फिटनेस और फील्डिंग पर सवाल उठाये हैं। अंजुम ने कहा कि टीम के टी20 विश्वकप में खराब प्रदर्शन पर किससे सवाल करें से समझ नहीं आ रहा। विश्व कप से पहले फिटनेस और फील्डिंग को बढ़ाने के लिए भारतीय टीम के थिंक- टैंक ने काफी तैयारी की थी पर परिणाम शून्य रहा। भारतीय टीम ग्रुप-स्तर से ही बाहर हो गयी। फील्डिंग का स्तर इतना खराब था कि खिलाड़ियों ने 4 मैचों में नौ कैच छोड़े। इसके अलावा कई मिसफील्ड भी हुए। ऋचा घोष भी विकेटकीपर के रूप में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन नहीं कर पाईं और उन्होंने कई बार रन दे दिये। इस को लेकर अंजुम ने कहा कि मैं पिछले 35 सालों से यह सुन रही हूं कि फिटनेस और फील्डिंग पर काम चल रहा है। यदि आपने अभी तक इसमें सुधार नहीं किया है, तो मुझे नहीं पता कि किससे पूछताछ करने की जरुरत है। इस बार में जब भी पूछा जाता है तो जबाव मिलता है कि हमें सीमित सुविधाएं मिली हैं और हम अभी भी अपनी फिटनेस और क्षेत्ररक्षण में सुधार कर रहे हैं। फिर, हम सुन रहे हैं कि हम विश्व कप से पहले एक फिटनेस और फील्डिंग कैंप आयोजित कर रहे हैं। इस पूर्व क्रिकेटर ने कहा कि आप अपने बड़े होने के दौरान फिटनेस सीखते हैं और जैसे-जैसे आप बड़े होते हैं आप बेहतर होते जाते हैं। वास्तव में यही रास्ता होना चाहिए। ऐसा नहीं है कि जब आप 20 साल के होते हैं तो आप सबसे फिट हो जाते हैं और जब आप 30 या उसके आसपास के होते हैं तो आप अपनी फिटनेस खो देते हैं।