श्रीनगर। नेशनल कांफ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला 16 अक्तूबर की सुबह 11:30 बजे जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगे। एलजी मनोज सिन्हा ने शपथ ग्रहण समारोह के लिए उमर अब्दुल्ला और उनकी मंत्रिपरिषद में शामिल होने वाले विधायकों को आमंत्रित किया है। एलजी की ओर से जारी लेटर में कहा गया है, आपको जम्मू- कश्मीर में सरकार बनाने और उसका नेतृत्व करने के लिए आमंत्रित करते हुए मुझे खुशी हो रही है। जैसा कि तय हुआ है कि आपको और आपके मंत्रियों को 16 अक्तूबर की सुबह 11:30 बजे एसकेआईसीसी, श्रीनगर में पद और गोपनीयता की शपथ दिलाऊंगा । एलजी मनोज सिन्हा की ओर से इसी पत्र में आगे कहा गया है, जम्मू-कश्मीर के लोगों के हितों में आपके प्रयासों और सफलता की कामना करता हूं। मुझे जम्मू-कश्मीर नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला से 11 अक्तूबर को एक पत्र मिला है। इसमें कहा गया है कि आपको सर्वसम्मति से विधायक दल का नेता चुना गया है। एलजी की ओर से कहा गया है कि मुझे जम्मू-कश्मीर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष तारिक हमीद कर्रा, सीपीआई (एम) के सचिव जी ।एन। मलिक, आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव पंकज कुमार गुप्ता और निर्दलीय विधायकों (प्यारे लाल शर्मा, सतीश शर्मा, मोहम्मद अकरम, रामेश्वर सिंह और मुजफ्फर इकबाल खान) का भी एक पत्र मिला है। इसमें आपके नेतृत्व वाली सरकार के गठन में समर्थन की पेशकश की गई है। एलजी के इस लेटर से पहले उमर अब्दुल्ला ने शनिवार को एलजी मनोज सिन्हा से मुलाकात की थी। उन्होंने समर्थन पत्र सौंपा था और जम्मू-कश्मीर में सरकार गठन का दावा पेश किया था। इससे पहले रविवार को जम्मू-कश्मीर से राष्ट्रपति शासन हटाया गया था। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इस संबंध में अधिसूचना जारी की थी। हाल में हुए विधानसभा चुनाव में नेशनल कांफ्रेंस-कांग्रेस गठबंधन ने जीत हासिल की है। उमर अब्दुल्ला को गठबंधन का नेता चुना गया है। वो जम्मू-कश्मीर के अगले मुख्यमंत्री होंगे।