भारत के औद्योगिक उत्पादन में गिरावट, विदेशी मुद्रा भंडार में कमी, भारत के लिए चिंता का विषय

नई दिल्ली। भारत के औद्योगिक उत्पादन में लगातार सस्ती देखने को मिल रही है। अगस्त माह में औद्योगिक उत्पादन की दर 01 पर पहुंच गई। माइनिंग सेक्टर में 4.3 फ़ीसदी और इलेक्ट्रिसिटी सेक्टर में 3.7 फ़ीसदी की गिरावट जनवरी 2024 की तुलना में देखने को मिली। मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर में भी भारी गिरावट देखने को मिली है। सांख्यिकी मंत्रालय की ओर से शुक्रवार को जो आंकड़े जारी किए गए हैं। उसके अनुसार माइनिंग और इलेक्ट्रिसिटी सेक्टर में सबसे ज्यादा गिरावट देखने को मिली है। कहा जा रहा है कि अधिक बारिश के कारण औद्योगिक उत्पादन में कमी आई है। इसका असर माईनिंग और इलेक्ट्रिसिटी सेक्टर पर पड़ा है। 2023-24 की तुलना में 2024-25 के पहले 5 महीने में लगभग दो फ़ीसदी औद्योगिक उत्पादन में औसत गिरावट हुई है। विदेशी मुद्रा भंडार भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 4 अक्टूबर को समाप्त हुए सप्ताह में 3.71 अरब डॉलर घटकर 701.18 अरब डॉलर पर आ गया है। भारत के गोल्ड रिजर्व का मूल्य भी 4 करोड डालर घटकर 65.75 अरब डॉलर पर आ गया है। आर्थिक विशेषज्ञों के अनुसार सभी ओर से निराशाजनक समाचार मिलने से शेयर बाजार में लगातार गिरावट देखने को मिल रही है।

भारत के औद्योगिक उत्पादन में गिरावट, विदेशी मुद्रा भंडार में कमी, भारत के लिए चिंता का विषय
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