अजमेर (हिंस)। पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी राजस्थान में मुद्दों पर बात नहीं कर लड्डु-जलेबी में उलझी है। इसमें कुछ नहीं रखा है। यहां मुख्यमंत्री को खुलकर काम करने की छूट नहीं है तथा मंत्री को पता नहीं वे मंत्री है या नहीं । पायलट गुरुवार को अजमेर सर्किट हाउस में मीडिया से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि इन दस महीने में प्रदेश में व्यवस्थाएं बिगड़ गई है। भाजपा को खाद-बीज, पानी बिजली सड़क व शिक्षा जैसे मुद्दों पर बात करनी चाहिए। इन लड्ड-जलेबी में कुछ नहीं रखा। पायलट पुष्कर व किशनगढ़ के सामाजिक कार्यक्रमों में हिस्सा लेने के बाद अजमेर के सर्किट हाउस में पहुंचे थे। यहां उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए भाजपा सरकार पर निशाना साधा। पायलट ने कहा कि सरकार में कुछ भी ठीक नहीं । अफसरशाही हावी है। सत्ता के कई केंद्र बने हुए है। सत्ता व संगठन एक मत नहीं होकर कन्यफ्यूज है। मंत्री इस्तीफा देकर बैठे है और पता नहीं कि वे मंत्री है या नहीं । मुख्यमंत्री को खुलकर काम करने की छूट नहीं है। विकास के लिए बजट आवंटन नहीं हो रहा है। इसका खामियाजा जनता को उठाना पड़ रहा है। जिले के सवाल पर पायलट ने कहा कि निर्णय तो सरकार ले नहीं पा रही। जो भी निर्णय ले, जनता के हित में लेना चाहिए । पिछली सरकार ने जो भी काम किए, उसे बेहतर नहीं कर सकते तो उसे बंद नहीं करना चाहिए। सरकार को अपना हित साधने के बजाय जनता के काम करने चाहिए । हरियाणा विधानसभा चुनाव के परिणाम को लेकर पायलट ने कहा कि सारे अनुमान, उम्मीद, सर्वे, फीडबैक जिस दिशा में संकेत करता था, उसके अनुरूप परिणाम नहीं आया। जो पूरे देश में सर्वसम्मति से मानते थे कि यहां हम सरकार बनाएंगे। जब अचानक परिणाम बदले तो भाजपा को बढ़त मिली। इलेक्शन कमीशन को कुछ लिखित शिकायतें दी गई हैं। लेकिन यह बात सच है कि उम्मीद से बिल्कुल विपरीत परिणाम आए। सभी लोग मानते थे कि दस साल से जो सरकार थी, उससे न तो जनता खुश थी और न भाजपा । यही कारण रहा कि नौ साल बाद मुख्यमंत्री बदला गया। इन परिणामों की कांग्रेस समीक्षा करेगी। जम्मू कश्मीर में जो गठबंधन को स्पष्ट बहुमत मिला। वहां पर भी अड़चनें लगाई गई, लेकिन लोगों ने समझदारी की और सरकार बनाई। वहां सरकार बनाएंगे और विकास के साथ रोजगार के अवसर बढ़ाएंगे। यहां एक नई शुरुआत होगी। प्रदेश में सात सीटों पर होने वाले उपचुनाव को लेकर पायलट ने कहा कि कांग्रेस पहले से ही तैयारी कर चुकी है और एकजुट होकर चुनाव लड़ेगे। सभी सीटों पर कांग्रेस अपनी जीत दर्ज करेगी । जब कांग्रेस पब्लिक में जाएगी तो जनता उसे ही वोट देगी। हरियाणा में चुनावी परिणाम का राजस्थान में कोई असर नहीं होगा। यह अलग स्टेट है और यहां के अलग मुद्दे परिस्थितियां है। यहां जनता कांग्रेस को वोट देगी। हरियाणा में कांग्रेस को 40 प्रतिशत वोट मिले और कांग्रेस का वोट प्रतिशत बढ़ा। कांग्रेस को जो करना है, करेंगी और पूरे जज्बे के साथ आगामी चुनाव लड़ेगे ।