गुवाहाटी (हिंस)। गुवाहाटी के भरलुमुख यातायात शाखा के जांच अधिकारी ने सड़क दुर्घटना के बाद बोलेरो वाहन चालक को हत्या करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। पुलिस ने रविवार को बताया कि गत 3 अक्तूबर की रात करीब 10:50 बजे यातायात शाखा क्षेत्र के प्रगज्योतिषपुर कॉलेज के पास गंभीर रूप से घायल अवस्था में एक व्यक्ति को बरामद कर गुवाहाटी मेडिकल कॉलेज एंड अस्पताल (जीएमसीएच) में भर्ती कराया। जिसकी पहचान तैयबुद्दीन अहमद (35, दरंग) के रूप में की गई। इलाज के दौरान 4 अक्तूबर को तैयबुद्दीन अहमद ने दम तोड़ दिया। इसके बाद पुलिस जांच में जुट गई। शुरुआती जांच में पुलिस को यह घटना सड़क दुर्घटना लगी । पुलिस ने दुर्घटना स्थल पर मौजूद लोगों से दुर्घटना के बारे में पता किया तो पता चला की दुर्घटना के बाद वाहन चालक लगभग 400 मीटर घसीटते हुए तैयबुद्दीन अहमद को ले गया था। दुर्घटना में शामिल वाहन पर असम सरकार लिखा हुआ था। सीसीटीवी फुटेज और गवाहों के बयान के आधार पर दुर्घटना में शामिल गुवाहाटी के क्रिश्चियन बस्ती इलाके में स्थित राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन कार्यालय के वाहन (एएस-01डीपी-9853) को जब्त किया गया। कार्यालय से ही दुर्घटना में शामिल चालाक लाल हुसैन अली (45) को गिरफ्तार किया गया। पूछताछ के दौरान लाल हुसैन अली ने अपना अपराध कबूल कर लिया। आरोपी ने खुलासा किया कि वह तैयबुद्दीन अहमद की हत्या करना चाहता था। क्योंकि, अहमद का अली की पत्नी अंजूमा बेगम के साथ अवैध संबंध था। तैयबुद्दीन अहमद ने तीन बार शादी की थी और वर्तमान में वह अंजूमा बेगम के साथ रह रहा था। जो आरोपी लाल हुसैन अली की पत्नी थी। लाल हुसैन अली ने भी दो बार शादी की थी। अंजूमा बेगम लाल हुसैन अली की दूसरी पत्नी थी। अंजूमा बेगम का तैयबुद्दीन अहमद के साथ प्रेम संबंध हो गया और हाल ही में अंजूमा बेगम ने लाल हुसैन अली को छोड़कर तैयबुद्दीन अहमद के साथ पति-पत्नी की तरह रहने लगी थी। तैयबुद्दीन अहमद शांतिपुर के रेलवे फाटक नंबर 9 पर फल और सब्जी बेचने का काम करता था। उसकी पहले से ही दो पत्नियां रेजिना बेगम और आसिया खातून थीं । उसने पिछले 4 वर्षों से अंजूमा बेगम के साथ अवैध संबंध भी बना लिए थे, जो लाल हुसैन अली की दूसरी पत्नी थी। पिछले 02 वर्षों से अंजूमा बेगम शांतिपुर में एक किराए के मकान में अलग रह रही थी । लाल हुसैन अली अपने वैवाहिक जीवन को ठीक करने की कोशिश कर रहा था। लेकिन अपनी पत्नी और तैयबुद्दीन अहमद के बीच चल रहे विवाहेतर संबंधों के कारण वह इसे ठीक नहीं कर पा रहा था। इस मामले को लेकर तैयबुद्दीन अहमद और लाल हुसैन अली के बीच दुश्मनी पैदा हो गई। दो महीने पहले, तैयबुद्दीन अहमद अपनी पूर्व पत्नियों को छोड़कर अंजूमा बेगम के साथ शांतिपुर में किराए के मकान में रहने लगा। घटना के दिन चालक लाल हुसैन अली ने अपने मालिक को उनके आवास पर छोड़ दिया और बारिश के बहाने सरकारी वाहन को अपने नियोक्ता के पास छोड़ने के बजाए अपने साथ ले गया। इस बीच, उसने अपने वाहन से तैयबुद्दीन अहमद को टक्कर मारकर उसकी हत्या करने की योजना बनाई । अहमद द्वारा दुकान बंद करने के बाद रोजाना घर लौटने के समय और मार्ग से अली अवगत था। अपनी योजना के अनुसार, वह लगभग 9.18 बजे बोलेरो वाहन से शांतिपुर मुख्य सड़क के पास उस इलाके में आया और सड़क किनारे इंतजार करने लगा। लगभग 10.42 बजे रात अहमद शांतिपुर के पास उक्त सड़क से लौटने लगा तो उचित अवसर की तलाश में बैठे अली ने बहुत तेज गति से बोलेरो वाहन से अहमद को पीछे से टक्कर मार दी। अहमद को लगभग 400 मीटर तक प्राग्ज्योतिष कॉलेज गेट तक घसीटते हुए ले गया। इस घटना के चलते अहमद गंभीर रूप से घायल हो गया। हादसे के दूसरे दिन उसने अस्पताल में दम तोड़ दिया। घटना के संबंध में भरलुमुख थाने में केस संख्या 180/24 धारा 61 (2) (ए) / 103 (1)/ 238 (ए) बीएनएस के तहत दर्ज प्राथमिक के आधार पर गिरफ्तार आरोपी के विरूद्ध आगे की कार्रवाई की जा रही है।