बीटीसी में मनाई गई गांधी जयंती, शांति और विकास के लिए नई पहल की हुई शुरू

कोकराझाड़। महात्मा गांधी का सद्भाव, शांति और सहिष्णुता का संदेश आशा और बुद्धिमत्ता की किरण है, खासकर बोडोलैंड के लिए, जो हिंसा के इतिहास से भाईचारे और विकास के वर्तमान में बदल गया है। बीटीसी प्रमुख प्रमोद बोरो ने आज कहा । कोकराझाड़ में बीटीसी सचिवालय में आयोजित महात्मा गांधी की 155वीं जयंती और अंतर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस के अवसर पर बोलते हुए “बीटीसी प्रमुख कहा कि दशकों पहले क्षेत्र को हिला देने वाली हिंसा और अशांति के बावजूद, बोडोलैंड के लोग अब शांति और एकता के साथ रह रहे हैं, जो निरंतर विकास की नींव रख रहे हैं। समारोह में असम के हथकरघा एवं कपड़ा मंत्री तथा कोकराझाड़ के संरक्षक मंत्री यू जी ब्रह्मा, बीटीसी प्रमुख प्रमोद बोरो और अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने महात्मा गांधी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की तथा राष्ट्र के लिए उनके अप्रतिम योगदान को याद किया । अपने संबोधन के दौरान कैबिनेट मंत्री यू जी ब्रह्मा ने समाज पर गांधी के आदर्शों के स्थायी प्रभाव पर प्रकाश डाला, अहिंसा, मानवतावाद और सामाजिक परिवर्तन को आकार देने में उनकी भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने असम सरकार की स्वच्छता ही सेवा पहल के महत्व को भी रेखांकित किया तथा बोडोलैंड के लोगों से शांति और विकास के लिए सामूहिक संकल्प लेने का आह्वान किया। प्रधान सचिव आकाश दीप ने अपने उद्घाटन भाषण में इस बात पर जोर दिया कि विकास के लिए शांति आवश्यक है तथा बीटीआर सरकार द्वारा शुरू की गई पहल क्षेत्र में विकास और समावेशिता का मार्ग प्रशस्त कर रही है। गांधी जयंती समारोह में बीटीसी के प्रमुख डॉ. बशी राम बोड़ो डॉक्टरेट फेलोशिप कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। यह फेलोशिप बोड़ो समुदाय के पहले पीएचडी धारक डॉ. बशी राम बोड़ो की विरासत का सम्मान करती है, जिन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया । फेलोशिप प्रतिष्ठित भारतीय विश्वविद्यालयों में डॉक्टरेट की पढ़ाई करने वाले बोडोलैंड प्रादेशिक क्षेत्र के 50 मेधावी छात्रों को वित्तीय सहायता प्रदान करेगी। प्रत्येक छात्र को हर छह महीने में 90,000 रुपए मिलेंगे, जो दो साल के लिए सालाना 180, 000 रुपए होंगे, जिसमें असाधारण परिस्थितियों में एक साल का विस्तार भी शामिल है। इसके अतिरिक्त, इस कार्यक्रम में मिशन विश्वमूथी के तहत शिकायत और शिकायत पेटियों का वितरण भी शामिल था। भूमि संबंधी शिकायतों तेजी से समाधान, शासन में पारदर्शिता और दक्षता को बढ़ाने के लिए सर्किल अधिकारियों को ये पेटियां सौंपी गईं। उल्लेखनीय है कि बीटीसी भारत में भूमि अभिलेखों का डिजिटलीकरण करने वाली पहली छठी अनुसूची परिषद बन गई है, जो प्रशासनिक आधुनिकीकरण एक मील का पत्थर है। इस शुभ अवसर पर बीटीसी सचिवालय में ग्रीन बोडोलैंड मिशन के तहत शपथ ग्रहण समारोह भी आयोजित किया गया। पर्यावरण स्थिरता के प्रति बीटीसी की प्रतिबद्धता को दर्शाते इस समारोह में छात्रों, नागरिकों और अधिकारियों ने भाग लिया । इस कार्यक्रम में विधायक लॉरेंस इस्लेरी, बीटीसी ईएम गौतम दास, दाओबाइसा बोरो, रंजीत बाउमातारी और धनंजय बसुमतारी, एमसीएलए माधब सीएच छेत्री, बोडोलैंड विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बी एल आहूजा, कोकराझाड़ नगर निगम बोर्ड की अध्यक्ष श्रीमती प्रतिभा ब्रह्मा, सचिव, ओएसडी और अन्य वरिष्ठ अधिकारी सहित कई गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे। गांधी जयंती समारोह ने न केवल राष्ट्रपिता को सम्मानित किया, बल्कि शांति, समृद्धि और स्थिरता की दिशा में बोडोलैंड की यात्रा को भी रेखांकित किया ।

बीटीसी में मनाई गई गांधी जयंती, शांति और विकास के लिए नई पहल की हुई शुरू
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