केंद्रीय वित्त एवं कॉर्पोरेट मामलों की मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को यहां उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपति शावकत मिर्जियोयेव से मुलाकात की। केंद्रीय वित्त मंत्री ने मिर्जियोयेव को उप प्रधानमंत्री और व्यापार, निवेश एवं उद्योग मंत्री के साथ सहयोग बढ़ाने के लिए हुई अत्यंत उपयोगी बैठक की जानकारी दी। वित्त मंत्रालय ने गुरुवार को ‘एक्स’ पोस्ट पर जारी एक बयान में बताया कि वित्त मंत्री ने समरकंद में एशियाई अवसंरचना निवेश बैंक (एआईआईबी) के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स की 9वीं वार्षिक बैठक से इतर उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपति से मुलाकात की। मुलाकात में उन्होंने सुझाव दिया कि भारत और उज्बेकिस्तान के बीच पर्यटन लगातार बढ़ रहा है। इसलिए फिनटेक में सहयोग तथा सीमा पार वास्तविक समय भुगतान प्रणाली पर द्विपक्षीय चर्चा से दोनों देशों के छात्रों, पर्यटकों और व्यवसायों को फायदा होगा । मंत्रालय के मुताबिक सीतारमण ने मुलाकात के दौरान उन्हें जानकारी दी कि सतत विकास की दिशा में भारत उज्बेकिस्तान के प्रयासों की सराहना करता है। साथ ही दोनों देश हरित प्रौद्योगिकियों और जलवायु कार्रवाई पहलों पर सहयोग करने के तरीके तलाश सकते हैं। भारत के द्विपक्षीय सहयोग को और बढ़ाने की संभावना को स्वीकार करते हुए राष्ट्रपति शावकत मिर्जियोयेव ने सहयोग के पारंपरिक क्षेत्रों को मजबूत करने के अलावा डिजिटल प्रौद्योगिकियों तथा नवीकरणीय ऊर्जा जैसे नए क्षेत्रों में सहयोग करने के प्रस्तावों की सराहना की। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ओर से राष्ट्रपति मिर्जियोयेव को हार्दिक शुभकामनाएं दीं। इसके साथ ही अगस्त 2024 में आयोजित तीसरे वॉयस ऑफ ग्लोबल साउथ समिट में भाग लेने के लिए उज्बेकिस्तान को धन्यवाद दिया । उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपति मिर्जियोयेव ने मुलाकात के दौरान कहा कि भारत और उज्बेकिस्तान के बीच गहरा ऐतिहासिक संबंध है और द्विपक्षीय संबंधों को अधिक मजबूत करने के लिए उनके समर्थन का आश्वासन दिया।