डिजिटल लेंडर्स ने वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही में 37,676 करोड़ रुपए के 2.64 करोड़ लोन बांटे हैं। लोन के वॉल्यूम में सालाना आधार पर 15 फीसदी और लोन की वैल्यू में 27 फीसदी की बढ़ोतरी हुई। फिनटेक एसोसिएशन फॉर कंज्यूमर एम्पावरमेंट (एफएसीई) द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक इस तिमाही में लोन का औसत टिकट साइज 12,997 रुपए रहा, जो कि 2023-24 की पहली तिमाही के मुकाबले 16 फीसदी ज्यादा है। आंकड़ों से साफ होता है कि डिजिटल क्रेडिट की मांग मजबूत बनी हुई है, जिसमें वित्तीय समावेशन की महत्वपूर्ण भूमिका है। एफएसीई के सीईओ सुगंध सक्सेना ने बताया कि हमारी सदस्य कंपनियों ने कंज्यूमर गाइडलाइन और विवेकपूर्ण रिस्क मैनेजमेंट के जिरए से ग्राहकों की क्रेडिट जरूरतों को पूरा किया है, जिससे वे सभी पक्षकारों का विश्वास जीतने में सफल रहे हैं । रिपोर्ट में यह भी बताया कि अप्रैल से जून की अवधि में 11 कंपनियों ने पांच लाख से ज्यादा लोन दिए हैं, जिनकी कुल वॉल्यूम में 93 फीसदी हिस्सेदारी रही। चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में करीब 55 फीसदी कंपनियों की वॉल्यूम में बढ़ोतरी हुई है, जबकि 80 फीसदी कंपनियों ने लोन की वैल्यू में इजाफा किया है। रिपोर्ट में शामिल 33 कंपनियों में से 27 कंपनियों का एसेट्स अंडर मैनेजमेंट जून 2024 तक 47,362 करोड़ रुपए था, जो कुल बांटे गए लोन की वैल्यू का 80 फीसदी है। इनमें से 10 कंपनियों का एयूएम एक हजार करोड़ से ज्यादा है। एफएसीई, फिनटेक क्षेत्र में आरबीआई द्वारा मान्यता प्राप्त स्व-नियामक संगठन है, जो डिजिटल लेंडर्स की बढ़ती भूमिका और वित्तीय समावेशन को सुनिश्चित करने में सहायक है।