यरूशलेम। अपने देश की सुरक्षा के लिए कोई देश किस हद तक जा सकता है। वो इजरायल ने 50 सेकेंड में बता दिया । गुस्से में बेकाबू हो चुके इजरायल ने पूरा गाजा और आधा लेबनान साफ कर दिया है। इजरायल ने कुछ ही मिनटों में हिजबुल्ला के 1600 टारगेट उड़ाकर अपने हथियारों को थैंक्यू कहा है। लेबनान में सोमवार तड़के से हवाई हमलों में मरने वालों की संख्या 558 हो गयी हैं। मृतकों में 50 बच्चे एवं 94 महिलाएं शामिल हैं। देश के स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह जानकारी दी। इजरायल ने अपने आयरन डोम के लिए अपने ईश्वर को धन्यवाद कहा है। लेकिन इजरायल ने पहली बार ऐसा काम किया है जो शायद किसी और देश ने नहीं किया । इजरायल और भारत दोनों ही उन लोगों से परेशान है जो आतंकवादियों का मानवाधिकार ढूंढ़ लाते हैं। देश विरोधी एजेंडा चलाने वाली विदेशी मीडिया के प्रेस फ्रीडम से भी दोनों देश परेशान रहते हैं। लेकिन इजरायल का ये रूप देख मानवाधिकार और प्रेस फ्रीडम की दुहाई देने वाले भी घबरा जाएंगे। इजरायल ने हिजबुल्ला के आतंकियों पर हमला करने से पहले आगाह किया। खुद इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कैमरे के सामने आकर 50 सेकेंड तक लेबनान की जनता को समझाया कि वो हिजबुल्ला के आतंकियों का साथ न दे। नेतन्याहू ने साफ कहा कि हम आपको पहले ही चेतावनी दे रहे हैं, बाद में मानवाधिकारों की दुहाई मत देना । जराइली सेना ने कहा है कि वह दक्षिणी और पूर्वी लेबनान में हिजबुल्ला के हथियार भंडारों के खिलाफ हवाई हमले का दायरा बढ़ा रही है। इजराइली सेना ने सोमवार को कहा कि वह दक्षिणी लेबनान में 300 से अधिक स्थलों को निशाना बनाने के बाद, लेबनान की पूर्वी सीमा पर बेका घाटी के क्षेत्रों को शामिल करने के लिए अपने हवाई हमलों का विस्तार कर रही है। हमलों के बाद हजारों लोगों ने दक्षिण लेबनान छोड़ना शुरू कर दिया है। सरकार ने घोषणा की है कि देश के कुछ हिस्सों में स्कूलों को उन नागरिकों के लिए शरण स्थलों के रूप में खोला जाएगा, जो दक्षिणी क्षेत्रों से निकाले गए हैं। देश में स्कूलों को जल्दी बंद कर दिया गया। लोग अपने बच्चों को लेने तुरंत स्कूल पहुंचे। लेबनानी मीडिया के मुताबिक, बेरूत, त्रिपोली, पूर्वी और दक्षिणी लेबनान में इमारतों को विस्थापित लोगों के लिए खोला जा रहा है। पर्यावरण मंत्री नासिर यासीन ने बताया कि माउंट लेबनान, सैदा में भी स्कूल खोले गए हैं।