अर्थव्यवस्था के मोर्चे पर अच्छी खबर है। रेटिंग एजेंसी एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग्स ने चालू वित्त वर्ष 2024-25 के लिए भारत की आर्थिक वृद्धि दर का अनुमान 6.8 फीसदी पर बरकरार रखा है। एजेंसी ने उम्मीद जताई है कि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) अपनी अक्टूबर की मौद्रिक नीति समीक्षा में नीतिगत ब्याज दरों में कटौती शुरू कर देगा। रेटिंग एजेंसी ने मंगलवार को जारी एशिया प्रशांत के आर्थिक परिदृश्य रिपोर्ट में चालू एजेंसी का 2024-25 के लिए आर्थिक वृद्धि दर 6.8 फीसदी रहने का अनुमान वित्त वर्ष 2024-25 में भारत की सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) वृद्धि दर का अनुमान 6.8 फीसदी और वित्त वर्ष 2025-26 के लिए जीडीपी वृद्धि दर के अनुमान को 6.9 फीसदी पर बरकरार रखा है। एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग्स ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि भारत में ठोस वृद्धि से आरबीआई मुद्रास्फीति को अपने लक्ष्य के अनुरूप लाने पर ध्यान केंद्रित कर सकेगा। एजेंसी ने कहा कि कहा कि आरबीआई अपनी अक्टूबर की मौद्रिक नीति समीति एमपीसी की समीक्षा बैठक में नीतिगत ब्याज दरों में कटौती शुरू कर देगा। इससे पिछले हफ्ते जारी एक रिपोर्ट में एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग्स ने कहा था कि भारत वित्त वर्ष 2030-31 तक दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की राह पर है। रेटिंग एजेंसी एसएंडपी को बिग थ्री क्रेडिट रेटिंग एजेंसियों में सबसे बड़ी माना जाता है, जिसमें मूडीज रेटिंग्स और फिच रेटिंग्स भी शामिल हैं। उल्लेखनीय है कि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) ने चालू वित्त वर्ष 2024-25 के लिए भारत की विकास दर 7.2 फीसदी रहने का अनुमान जताया है। वहीं, मूडीज रेटिंग्स ने पिछले महीने कैलेंडर वर्ष 2024 में 7.2 फीसदी और कैलेंडर वर्ष 2025 में 6.6 फीसदी की दर से जीडीपी बढ़ने का अनुमान जताया था।