विश्वनाथ ( विभास ) । वरिष्ठ नागरिक काव्य मंच, असम इकाई की मासिक गोष्ठी दिनांक 21 सितंबर 2023 (शनिवार) को ऑनलाइन माध्यम गूगल मीट द्वारा आयोजित की गई। इस ऑनलाइन कवि सम्मेलन में देश भर के जाने-माने कविगणों ने हिस्सा लिया और अपनी कविता से वाहवाही लूटी। कवि सम्मेलन इस समय की भीषण गर्मी और ममतामयी मां पर केंद्रित रही। कई रचनाकारों ने पेड़ लगाने का उत्कृष्ट संदेश देते हुए कविता पाठ किया तो वहीं कइयों ने मां जैसे शब्द से छोटे शब्द किंतु अर्थ में धरती – आकाश से वृहद मायनों वाले विषय पर रचना प्रस्तुत कर सबको भाव-विभोर कर दिया। सभी अपने-अपने आंसू पोछते नजर आए। – कवि सम्मेलन की शुरुआत हेमलता गोलछा की सरस्वती वंदना से हुई। तत्पश्चात मुख्य अतिथि और विशिष्ट अतिथि का परिचय रखा गया इस दायित्व को पूरा किया क्रमशः कल्पना कश्यप और आभा कुमारी चौधरी ने । डॉ. नरेश नाज थापक अध्यक्ष, व इस कवि सम्मेलन के मुख्य अतिथि थे कर्नाटक वनकाम इकाई के अध्यक्ष सूबेदार रामस्वरूप कुशवाहा और विशिष्ट अतिथि थी नई दिल्ली की वरिष्ठ कवयित्री प्रवीणा द्विवेदी । कविता की शुरुआत सर्वप्रथम वरिष्ठ कवि आदरणीय किशोर जैन जी द्वारा हुआ इसके बाद एसएन सिंह जी, हेमलता गोलछा ( उपसचिव, वनकाम असम), कल्पना कश्यप (सचिव, वनकाम असम), मनीषा पॉल, मुख्य अतिथि सूबेदार रामस्वरूप कुशवाहा, महाराष्ट्र इकाई की अध्यक्षा सुवर्णा यादव, शहर क्षमता विश्वनाथ चरियाली की अध्यक्षा सैयदा अनोवारा खातून, वनकाम असम के उपाध्यक्ष संतोष कुमार महतो, विशिष्ट अतिथि प्रवीण द्विवेदी, नागेश्वर गुप्ता और वनकाम असम इकाई की अध्यक्षा आभा कुमारी चौधरी ने काव्य पाठ किया। कार्यक्रम के अंत में कार्यक्रम का संचालन कर रहे वरिष्ठ नागरिक काव्य मंच असम इकाई के उपाध्यक्ष विनय कुमार बुद्ध ने अपनी कविता प्रस्तुत की । धन्यवाद अर्पित करते हुए वनकाम असम इकाई की अध्यक्ष श्रीमती आभा कुमारी चौधरी ने इस कवि सम्मेलन में शामिल सभी कविगण का आभार व्यक्त किया । साथ ही वनकाम के राष्ट्रीय संस्थापक डॉ. नरेश नाज, मुख्य अतिथि और विशिष्ट अतिथि के अलावा महाराष्ट्र इकाई की अध्यक्ष सुवर्णा यादव का भी विशेष आभार व्यक्त किया ।