मुंबई (ईएमएस)। कलर येलो प्रोडक्शंस, द्वारा निर्मित तुम्बाड भारतीय सिनेमा की सबसे उल्लेखनीय स्लीपर हिट्स में से एक मानी जाती है। निमार्ता आनंद एल राय ने फिल्म तुम्बाड की थिएट्रिकल पुनः रिलीज के मौके पर फिल्म के प्रभाव और उसकी सफलता पर चर्चा की। उन्होंने कहा, आज भी तुम्बाड 2 को लेकर जिज्ञासा और सवाल मिलते हैं, जो इसके प्रभाव को दशार्ते हैं। फिल्म की शुरूआती रिलीज के समय दर्शकों को एक साधारण हॉरर- थ्रिलर की उम्मीद थी, लेकिन उन्होंने खुद को एक ऐसी अनूठी दुनिया में पाया जिसकी उन्होंने कल्पना भी नहीं की थी। यही वजह है कि यह फिल्म आनंद एल राय की सबसे प्रतिष्ठित प्रस्तुतियों में से एक बन गई है। तुम्बाड ने भारतीय लोककथाओं और डरावनी कहानियों का अद्वितीय मिश्रण पेश किया, जिसे दर्शकों ने खूब सराहा। फिल्म के वीएफएक्स और सम्मोहक कहानी ने इसे एक अलग ही स्तर पर पहुंचा दिया, जो भारतीय सिनेमा में एक मील का पत्थर साबित हुई। आनंद एल राय ने कहा, तुम्बाड हमारे लिए सिर्फ एक फिल्म नहीं, बल्कि अज्ञात क्षेत्र में एक साहसिक यात्रा थी । हमें इस फिल्म पर गर्व है और हम दर्शकों द्वारा इसे फिर से देखने का इंतजार कर रहे हैं । तुम्बाड की यह वापसी उन प्रशंसकों के लिए खास है, जिन्होंने इसके अनूठे डर और लोककथाओं के मिश्रण को बेहद पसंद किया था। आनंद एल राय फिलहाल अपने नवीनतम प्रोडक्शन फिर आई हसीन दिलरुबा की सफलता का आनंद ले रहे हैं। इस रोमांचक थ्रिलर की सफलता ने दर्शकों का दिल जीत लिया है।