किश्तवाड़ (हि.स.)। जम्मू संभाग पाडर, किश्तवाड व रामबन में सोमवार को चुनावी रैलियों को ■ संबोधित करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद को फिर से जिंदा करने की कोशिश की जा रही है और इसे केंद्र शासित प्रदेश में इस हद तक दफना दिया जाएगा कि यह फिर कभी नहीं उभर पाएगा। उन्होंने कहा कि यह मोदी सरकार है और किसी के पास जम्मू- कश्मीर में आतंकवाद को फिर से जिंदा करने की ताकत नहीं है। गृहमंत्री ने कहा कि मैं कश्मीर का माहौल देख रहा हूं, न तो फारूक अब्दुल्ला और न ही राहुल गांधी यहां सरकार बना रहे हैं। अनुच्छेद 370 अब इतिहास का हिस्सा बन चुका है। भारत के संविधान में अनुच्छेद 370 के लिए कोई जगह नहीं है। कश्मीर में कभी भी दो प्रधानमंत्री, दो संविधान और दो झंडे नहीं हो सकते । वहां केवल एक झंडा होगा और वह हमारा तिरंगा है। शाह ने कहा कि मैंने गुर्जरों से वादा किया था कि पहाड़ियों को आरक्षण मिलेगा लेकिन इससे गुर्जर प्रभावित नहीं होंगे और अब मोदी सरकार ने गुर्जर आरक्षण को छुए बिना पहाड़ियों को आरक्षण दिया है। उन्होंने कहा कि अब गुर्जरों और पहाड़ियों को आदिवासी आरक्षण मिला है, अब आपके बच्चे भी कलेक्टर और डीएसपी बन सकते हैं। गृहमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने तीन परिवारों के शासन को खत्म कर दिया और राज्य में पंचायती राज की स्थापना की है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी एक विकसित जम्मू-कश्मीर बनाना चाहते हैं और ओबीसी को भी आरक्षण का अधिकार देना चाहते हैं । उन्होंने कहा कि यह चुनाव दो शक्तियों के बीच है, एक तरफ नेशनल कांफ्रेंस और पीडीपी और दूसरी तरफ भाजपा । गृहमंत्री ने कहा कि नेशनल कांफ्रेंस और कांग्रेस का गठबंधन हमेशा से आतंकवाद का पोषक रहा है। जब-जब घाटी में नेशनल कांफ्रेंस और कांग्रेस की सरकार आई, तब-तब यहां आतंकवाद को बढ़ावा मिला है। याद कीजिए 90 के दशक को मैं फारूक अब्दुल्ला से पूछना चाहता हूं कि आप यहां के मुख्यमंत्री थे, राजीव गांधी के साथ समझौता करके चुन कर आए। जब हमारी घाटी खून से लथपथ हो गईं तो आप कहां थे? उन्होंने कहा कि जिस कांग्रेस पार्टी ने इस अब्दुल्ला परिवार को देशद्रोही कहा कि आतंकवाद के लिए जिम्मेदार ठहराया, उमर अब्दुल्ला के दादा को वर्षों तक जेल में रखा।