नई दिल्ली। केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने मंगलवार को कहा कि देश का इलेक्ट्रिक वाहन बाजार वर्ष 2023 तक एक करोड़ इकाई सालाना बिक्री के आंकड़े को छू लेगा। इससे पांच करोड़ नौकरियां पैदा होंगी। उन्होंने कहा कि भारत जल्द ही लिथियम- आयन बैटरी निर्यात करने की स्थिति में होगा। केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने राजधानी नई दिल्ली में आयोजित सोसायटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (सियाम) के 64वें वार्षिक सम्मेलन को संबोधित करते हुए यह बात कही। गडकरी ने कहा कि भारत भविष्य में दुनिया का शीर्ष वाहन विनिर्माण केंद्र बन जाएगा। उन्होंने कहा कि भारत का इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) बाजार 2030 तक एक करोड़ इकाई सालाना तक पहुंच सकता है। इससे पांच करोड़ नौकरियां पैदा होने की उम्मीद है। गडकरी ने अपने संबोधन में कहा कि भारतीय ईवी बाजार की क्षमता वर्ष 2030 तक 20 लाख करोड़ रुपये तक पहुंचने की संभावना है। उन्होंने यह भी कहा कि लिथियम-आयन बैटरियों की लागत में और कमी आने की उम्मीद है, जिससे किफायत में मंत्री ने कहा- भारत जल्द ही लिथियम-आयन बैटरी के निर्यात की स्थिति में होगा मदद मिलेगी और इस प्रकार बड़े पैमाने पर इसकी स्वीकार्यता में तेजी आएगी। दरअसल एक अनुमान के मुताबिक ईवी वित्तपोषण बाजार का आकार 4 लाख करोड़ रुपये है। उल्लेखनीय है कि सोसायटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स एक गैर-लाभकारी शीर्ष निकाय है। यह देश में सभी प्रमुख वाहन और वाहन इंजन निर्माताओं का प्रतिनिधित्व करता है। उत्पादन के लिए मजबूत पारिस्थितिकी तंत्र जरूरी नई दिल्ली। वाहन उद्योग को विशेष रूप से सैमीकंडक्टर सहित इलैक्ट्रॉनिक कलपुर्जो के उत्पादन में आत्मनिर्भर बनने की जरूरत है। मारुति सुजुकी इंडिया के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह बात कही। उन्होंने कहा कि महंगे आयात पर निर्भरता कम करने और उत्पादों को किफायती बनाए रखने के लिए ऐसा करना जरूरी है।