पेरिस। पेरिस में हुए पैरालिंपिक खेलों का समापन हो गया है। इसमें भारतीय पैरा दल ने शानदार प्रदर्शन करते हुए कुल 29 पदक हासिल किये। इसमें 7 स्वर्ण, 9 रजत और 13 कांस्य पदक शामिल हैं। ये पैरालिंपिक खेलों में भारत का अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। इससे पहले टोक्यों में हुए खेलों में भारतीय दल ने 19 पदक जीते थे। इस प्रकार 10 पदक अधिक मिले हैं। इससे अब विभिन्न कंपनियों के नामी ब्रांड भी खिलाड़ियों से करार करना चाहते हैं जो एक अहम बदलाव माना जा रहा है क्योंकि अब तक इन खिलाड़ियों को विज्ञापनदाता नहीं मिलते थे। पेरिस में भाला फेंकने में सुमित अंतिल और महिला निशानेबाज अवनि लेखरा ने लगातार दूसरी बार पैरालंपिक खेलों में स्वर्ण पदक हासिल किए। वहीं बैडमिंटन में स्वर्ण विजेता नीतेश कुमार के अलावा ट्रैक-इन- फील्ड में प्रीति पाल और तीरंदाजी में हरविंदर सिंह, ने भी जीत हासिल की। भारतीय खिलाड़ियों की इस सफलता के पीछे उन्हें मिले बेहतर प्रशिक्षण और सुविधाओं की अहम भूमिका रही पदक विजेता खिलाड़ियों ने कहा है कि सुविधाओं से लेकर धन की उपलब्धता सभी लिहाज से स्थिति पहले से बेहतर हुई हैं , उसी का परिणाम है कि पहले से अधिक पदक मिले हैं।’ इसके अलावा खिलाड़ियों को मिल रहें समर्थन से भी उनका हौंसला बढ़ा है। वहीं पदक विजेता निशानेबाज मोना अग्रवाल ने कहा है कि ब्रांड या सरकार जो भी उभरते हुए खिलाड़ियों को मदद देना चाहते हैं वे जल्द से जल्द आगे आएं।