अररिया (हिंस)। वक्फ संशोधन बिल के खिलाफ आगामी 12 सितंबर को फारबिसगंज के ग्रीन लैंड विवाह भवन में एक कांफ्रेंस का आयोजन किया जा रह है। जिसमें स्थानीय मुस्लिम उलेमाओं के साथ प्रदेश और देश के मुस्लिम विद्वान और उलेमा भाग लेंगे। जानकारी नागरिक अधिकार मंच के अध्यक्ष शाहजहां शाद की अध्यक्षता में तैयारी को लेकर हुई बैठक के बाद दी गई। आलम टोला में मंगलवार को हुए बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया की कांफ्रेंस में शिक्षाविद, बुद्धिजीवी और वक्फ बोर्ड से संबंधित अधिकारियों को आमंत्रित किया जाएगा। वही सम्मेलन में मुख्य वक्ता के रूप में ऑल इंडिया मिल्ली काउंसिल के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मौलाना अनीसुर रहमान कासमी साहब मौजूद रहेंगे । अध्यक्ष शाहजहां शाद ने कहा की सरकार बिल को लाकर समाज को बांटना चाहती है, जो नामुमकिन है । वहीं मौलाना अब्दुर्रहमान कासमी ने कहा की सरकार इस बिल के माध्यम से लोगों का ध्यान मूलभूत समस्याओं से हटाना चाहती है। इस वक्त देश को सर्वजन सशक्त बनाने की जरुरत है और केंद्र सरकार विशेष समाज के अधिकारों का हनन और अनावश्यक बदलाव करने का प्रयास कर रही है। जिसके विरोध में बुद्धिजीवियों की कांफ्रेंस आयोजित है और आगे जरूरत पड़ी तो नागरिक अधिकार मंच बिल के विरोध में सड़कों पर आकर प्रदर्शन करेगी। बैठक में मुख्य रूप से मुफ्ती रशीद, मौलाना अब्दुर्रहमान कासमी, मुफ्ती याकूब, कलाम अंसारी, एकराम अंसारी, मीर गुड्डू अली, मौलाना फारूक, अशरफ अली, नसीम, अफजल अंसारी, मौलाना खालिद सैफुल्लाह, मो बबलू, मो. गुलाब, हाफिज गयासुद्दीन, इरफान अंसारी सहित दर्जनों लोग मौजूद थे।