नई दिल्ली। सेबी की | चेयरमैन माधवी पुरी बुच पर अभी हिंडनबर्ग रिपोर्ट के आरोपों के बादल छंटे भी नहीं थे कि अब कांग्रेस ने नए आरोपों का बम फोड़ दिया है। पीर्टी के मीडिया प्रभारी पवन खेड़ा ने आज सेबी चेयरमैन पर कई आरोप लगाए हैं। कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा कि सेबी की भूमिका शेयर बाजार को विनियमित करना है, जहां हम सभी अपना पैसा निवेश करते हैं। इसकी बहुत महत्वपूर्ण भूमिका है। खेड़ा ने आरोप लगाया कि माधबी पुरी बुच सेबी अध्यक्ष होने के बावजूद आईसीआईसीआई बैंक से वेतन ले रही थी। उन्होंने कहा कि सेबी अध्यक्ष माधबी पुरी बुच 2017 से 2024 के बीच आईसीआईसीआई बैंक से 16 करोड़ 80 लाख रुपए की नियमित आय ले रही थीं। वो सेबी की पूर्णकालिक सदस्य हैं, फिर आप आईसीआईसीआई से वेतन क्यों ले रही थीं, ये बड़ा सवाल है। ये नियमों का उल्लंघन है। इसके | बाद 2019-20 में उनकी सैलरी बढ़ भी जाती है। कांग्रेस ने इसी के साथ सवाल किया कि सेबी के अध्यक्ष की नियुक्ति कौन करता है ? यह कैबिनेट, प्रधानमंत्री और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की नियुक्ति समिति है। सेबी के अध्यक्ष की नियुक्ति के लिए इस समिति में दो सदस्य हैं और वही जिम्मेदार है। कांग्रेस नेता ने ये भी आरोप लगाया कि सेबी चीफ तीन जगह से वेतन ले रही थीं। उन्होंने कहा माधबी आईसीआईसीआई बैंक, आईसीआईसीआई प्रुडेंशियल और सेबी से सैलरी ले रही थीं। बता दें कि कुछ दिनों पहले शॉर्ट सेलिंग कंपनी हिंडनबर्ग की एक रिपोर्ट में आरोप लगाए थे कि सेबी चेयरमैन ने अदानी की शैल कंपनियों में पैसे लगा रखे हैं। हालांकि, सेबी ने इन आरोपों को बेबुनियाद बताया था।