नवादा (हिंस)| बिहार राज्य विश्वविद्यालय महाविद्यालय संयुक्त समन्वय समिति के आह्वान पर शनिवार को नवादा के त्रिवेणी सत्यभामा कॉलेज हिसुआ में शिक्षक संघ के सचिन डॉ. अंजनी कुमार के नेतृत्व में धरना देकर 11 सूत्री मांगों पर विचार नहीं होने पर चरणबद्ध आंदोलन की घोषणा की गई। धरना पर बैठे शिक्षकों तथा कर्मचारियों को संबोधित करते हुए डॉ. अंजनी कुमार ने कहा कि विश्वविद्यालय की स्वायत्तता पर हमला, वेतन पेंशन भुगतान में नए नियमों को बनाकर परेशानी पैदा करने, 2017 से 2019 तक की सातवें वेतन आयोग की राशि का भुगतान करने, विश्वविद्यालयों तथा कॉलेज में शैक्षणिक वातावरण के निर्माण करने, कॉलेज शिक्षकों तथा कर्मचारियों के सेवा संपुष्टि पर विचार करने, संघ तथा संगठन के औचित्य पर सवाल उठाने सहित 11 सूत्री मांगों को लेकर धरना दिया गया है। उन्होंने कहा कि अगर सरकार ने हमारी मांगों को सही तरीके से नहीं माना तो चरणबद्ध आंदोलन शुरू करने पर विचार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कॉलेज शिक्षक तथा कर्मचारी कभी भी अपने हित से समझौता नहीं करेंगे । इसके लिए भी शांतिपूर्ण तरीके से आंदोलन चलाया जाएगा । इस धारणा कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कॉलेज शिक्षक संघ के अध्यक्ष डॉ. अरविंद कुमार ने कहा कि जिला प्रशासन के अधिकारी भी जानबूझकर कल कालेज शिक्षकों के कार्यों में हस्तक्षेप करते हैं जो गलत है। उन्होंने कहा कि हर कीमत पर उच्च शिक्षा की स्वायत्तता बरकरार होनी चाहिए। तभी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान किया जा सकता है। इस अवसर पर डॉक्टर अवधेश कुमार, डॉक्टर शिवेंद्र नारायण सिंह, डॉ. देवेंद्र कुमार, डॉक्टर पूनम भारती आदि ने भी चरणबद्ध आंदोलन की बात कही। कॉलेज शिक्षकों तथा शिक्षकेत्तर कर्मचारियों ने एकजुटता का प्रदर्शन करते हुए 5 सितंबर को शिक्षक दिवस के अवसर पर काला बिल्ला लगाकर विरोध प्रकट करने का भी निर्णय लिया है। आंदोलन के निर्णय की सूचना बिहार के राज्यपाल सह कुलाधिपति को भी भेज दी गई है।