नई दिल्ली।
नकदी संकट से जूझ रही विमानन कंपनी स्पाइसजेट अब शेररों के जरिए पूंजी जुटाएगी। इसके लिए कंपनी ने 64 निवेशाकों को तैयार कर लिया है। कंपनी के बोर्ड ने 64 निवेशकों से 2,250 करोड़ रुपये की ताजा पूंजी जुटाने की योजना को आज मंजूरी दे दी हैं। इन निवेशकों में वित्तीय संस्थानों के अलावा विदेशी संस्थागत निवेशक, धनाढ्य व्यक्ति और निजी निवेशक शामिल हैं। जानकारी के अनुसार विमानन कंपनी शेयर और वारंट जारी करते हुए यह रकम जुटाएगी । विमानन कंपनी पिछली कई तिमाहियों से नकदी किल्लत का सामना कर रही है। इसके अलावा पूर्व मालिक कलानिधिमारन, वित्तीय सेवा फर्म क्रेडिट सुइस और विमान एवं इंजन पट्टादाताओं के बकाये के मामले में उसे विभिन्न अदालतों में मुकदमों से भी जूझना पड़ रहा है । बताया जा रहा है कि स्पाइसजेट ने चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में 449.04 करोड़ रुपये का समेकित शुद्ध घाटा दर्ज किया। एक साल पहले की समान तिमाही में दर्ज शुद्ध घाटे के मुकाबले अभी यह 46 फीसदी कम घाटा है। इस संबंध में स्पाइसजेट के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक अजय सिंह ने कहा, 'जुलाई से सितंबर तिमाही विमानन उद्योग के लिए ऐतिहासिक तौर पर चुनौतीपूर्ण रही है। इस साल ईंधन कीमतों में तेजी के कारण चुनौतियां बढ़ गईं जिससे परिचालन लागत प्रभावित हुई । 'स्टॉक एक्सचेंज को दी जानकारी में विमानन कंपनी ने कहा है कि वह 2,250 करोड़ रुपये जुटाने के लिए 64 निवेशकों को 32 करोड़ शेयर और 13 करोड़ वारंट जारी करेगी। इसके लिए निर्गम मूल्य 50 रुपये प्रति शेयर / वारंट होगा। कंपनी ने बताया कि इन निवेशकों में इलारा इंडिया अपरच्युनिटीज फंड, एरीज अपरच्युनिटीज फंड, महापात्र यूनिवर्सल लिमिटेड, नेक्सस ग्लोबल फंड, प्रभुदास लीलाधर और रेजोनेंस अपरच्युनिटीज फंड शामिल हैं। सिंह ने कहा कि इस रकम से विमानन कंपनी की वित्तीय स्थिति मजबूत होगी, इसके साथ ही ऋण का बोझ घटाने में भी मदद मिलेगी और परिचालन क्षमता में सुधार होगा। बाजार बंद होने पर स्पाइसजेट का बाजार पूंजीकरण 3,917 करोड़ रुपये था। सिंह और उनसे संबंधित इकाइयों की इस विमानन कंपनी में 56.53 फीसदी हिस्सेदारी है। फिलहाल यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि नए निवेशकों को शेयर / वारंट जारी किए जाने के बाद उनकी शेयर हिस्सेदारी में क्या बदलाव होगा।