आयकर विभाग की ओडिशा में शराब निर्माता कंपनियों के खिलाफ छापेमारी तीसरे दिन भी जारी, अब तक 290 करोड़ बरामद
भुवनेश्वर ।
आयकर विभाग लगातार ओडिशा में कर नहीं चुकाने वालों पर शिकंजा कस रहा है। बाद भी विभाग ने छापेमारी की कार्रवाई जारी रखी। इसी क्रम में, ओडिशा में शराब की कंपनी काम करने वाले एक समूह के खिलाफ आयकर विभाग ने आज अपनी कार्रवाई तेज की। माना जा रहा है कि आयकर विभाग के छापों के बाद बेहिसाबी नकदी जब्त हुई है, जो किसी भी एजेंसी द्वारा एक ही अभियान में जब्त किया गया अब तक का सबसे अधिक काला धन है। अधिकारियों ने बताया कि कर विभाग ने नोटों की गिनती के लिए करीब 40 बड़ी और छोटी मशीनें लगाई हैं। इसके अलावा विभाग और बैंक के और कर्मचारियों को बुलाया गया है। वहीं, विभाग द्वारा जब्त नकदी को राज्य के सरकारी बैंकों में ले जाने के लिए और वाहनों की भी मांग की गई है। सूत्रों ने बताया कि झारखंड से कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य धीरज प्रसाद साहू से जुड़े एक परिसर की भी तलाशी ली गई। अधिकारी अब कंपनी के विभिन्न अधिकारियों और इसमें शामिल अन्य लोगों के बयान दर्ज कर रहे हैं और नकदी की गिनती पूरी होने की उम्मीद है। उन्होंने बताया कि करीब 290 करोड़ रुपये की बेहिसाबी नकदी जब्त होने की संभावना है।
करीब 225 करोड़ रुपये बरामद…
अधिकारियों ने बताया कि आयकर विभाग ने सख्ती कर करीब 225 करोड़ रुपये बरामद किए। वहीं, जारी कार्रवाई के दौरान टीम ने बोलांगीर जिले के सुदापाड़ा इलाके में एक देसी शराब निर्माता के घर से 20 बैग नकदी जब्त की। बरामद राशि की गिनती की जा रही है और इसके 50 करोड़ रुपये से अधिक होने की आशंका है। आयकर विभाग के अधिकारी 156 नकदी से भरे बैगों को गिनती के लिए बोलांगीर में मौजूद एसबीआई की मुख्य शाखा ले गए थे। हालांकि, पिछले तीन दिनों से भुवनेश्वर में डेरा डाले आयकर महानिदेशक संजय बहादुर ने छापेमारी के बारे में अधिक जानकारी देने से इनकार कर दिया। उन्होंने सिर्फ इतना बताया कि उनके लोग इस पर काम कर रहे हैं। सूत्रों के अनुसार, शराब की भट्टी करने वाले समूह के खिलाफ 150 अधिकारियों ने छापेमारी की। इसके अलावा छापेमारी के दौरान विभिन्न स्थानों से बरामद डिजिटल दस्तावेजों के सत्यापन के लिए हैदराबाद के 20 अन्य अधिकारियों को भी काम पर लगाया गया है।
दो शाखाओं में की जा रही गिनती…
सूत्रों ने बताया कि जब्त किए गए धन की गिनती संबलपुर और बोलांगीर में एसबीआई की दो शाखाओं में की जा रही है। नकदी की गिनती करना मुश्किल काम हो गया है और भारी लोड के कारण मशीनों में खराबी आ गई है।