कोच्चि। केरल सरकार ने रविवार को कहा कि एक दिन पहले कोचिन विश्वविद्यालय के वार्षिक उत्सव के दौरान मची भगदड़ की जांच के लिए उसने एक विशेषज्ञ समिति गठित करने का फैसला किया है। भगदड़ में चार लोगों की मौत हो गई थी और 60 से ज्यादा लोग घायल हुए थे । राज्य की उच्च शिक्षा मंत्री आर. बिंदु ने कहा कि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए विशेषज्ञ समिति दिशा-निर्देश भी तैयार करेगी। मंत्री ने यहां संवाददाताओं से कहा कि इसके अलावा विश्वविद्यालय के कुलपति और उच्च शिक्षा विभाग के मुख्य सचिव से इस घटना के संबंध में रिपोर्ट दाखिल करने को कहा गया है। उन्होंने कहा कि जब इस तरह के आयोजन किए जाते हैं तो भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पर्याप्त प्रबंध सुनिश्चित करने का जिम्मा आयोजकों का होता है। उन्होंने कहा कि सभी रिपोर्ट प्राप्त होने के बाद कार्रवाई की जाएगी। राज्य के कानून एवं उद्योग मंत्री पी. राजीव ने कहा कि पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित करने के संबंध में एर्नाकुलम के सभी सभागारों को परामर्श जारी किए हैं लेकिन इनमें शैक्षिक संस्थानों को शामिल नहीं किया गया है। उन्होंने संवाददाताओं को बताया कि चार मृतकों में विश्वविद्यालय के तीन छात्र और चौथा व्यक्ति बाहरी था । वहीं कोच्चि शहर के पुलिस आयुक्त ए. अकबर ने बताया कि पुलिस की मदद के लिए विश्वविद्यालय की ओर से कोई आधिकारिक अनुरोध प्राप्त नहीं हुआ था। शुरुआती कार्यवाही पूरी होने के बाद तीन विद्यार्थियों अतुल थांबी, अन्न रुफथा और सारा थॉमस के शवों को विश्वविद्यालय परिसर लाया गया। घटना में मारा गया चौथा व्यक्ति पलक्कड़ का रहने वाला अल्विन था । केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान, राज्य विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष वी. डी. सतीसन और केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री वी. मुरलीधरन ने हादसे में मारे गए लोगों के प्रति शोक जताया।