विशाखापत्तनम / नई दिल्ली (हि.स.)। आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम बंदरगाह पर 19 नवंबर की रात मछली पकड़ने वाली 30 नौकाओं में आग लगने की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। इस घटना के लिए जिम्मेदार दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। यह जानकारी पुलिस आयुक्त (सीपी) रविशंकर अय्यनार ने शनिवार को संवाददाता सम्मेलन में दी। उन्होंने आग लगने के कारणों का खुलासा करते हुए बताया कि आग लगने की घटना जलती हुई सिगरेट से हुई थी। जलती हुई सिगरेट के संपर्क में आने से नायलान के जाल में आग लगी थी, जिससे आसपास की 30 नौकाएं पूरी तरह जल गईं। पुलिस आयुक्त ने बताया कि इस घटना में दो आरोपित वासुपल्ली नानी और सत्यम को गिरफ्तार कर लिया गया है। वे दोनों घटना के दिन सुबह से शराब पी रहे थे और वे नौका संख्या 885 में वहां पहुंचे थे। जहां उन्होंने मछली पकाई और शराब भी पी। इसके साथ धूम्रपान किया। इस दौरान जली हुई सिगरेट मछली पकड़ने के जाल पर बगल की नौका पर फेंक दी। वहां नायलॉन का जाल था, जो बहुत ज्वलनशील था । इस तरह उस विशेष जाल में आग लग गई। वहां से यही आग ईंधन टैंक और डीजल ईंधन तक फैल गई। फिर आग ने आसपास की नौकाओं को अपनी चपेट में ले लिया। उन्होंने बताया कि घटना के बाद ये दोनों आरोपित अपनी मोटरसाइकिल से घर चले गए। हालांकि बाद में वे फिर से घटनास्थल पर आए। उन्होंने बताया टावर डंप विश्लेषण और कॉल डिटेल विश्लेषण के साथ-साथ सीसीटीवी फुटेज का उपयोग करके तकनीकी साक्ष्य की मदद से अपराध स्थल के साथ-साथ अपराध का पता लगाया गया।