डल में आग से तबाही के निशां, पांच हाउसबोट समेत 13 रिहायशी ढांचे राख, तीन बांग्लादेशी पर्यटकों की मौत
श्रीनगर, 12 नवंबर (हि.स.)। श्रीनगर की डल झील में शनिवार लगी आग का मंजर भयावह है। रूह कंपा देने वाली इस आग में पांच हाउसबोट समेत 13 रिहायशी ढांचे राख हो गए। इस हादसे में गंभीर रूप से झुलसे तीन बांग्लादेशी पर्यटकों की मौत हो गई। इनमें एक महिला भी है। इस दौरान आसपास की हाउसबोट से 11 पर्यटकों समेत 55 लोगों को सुरक्षित निकाला गया। प्रारंभिक जांच में आग लगने का कारण बिजली का शार्ट सर्किट माना जा रहा है।
इस अनहोनी की शुरुआत शनिवार सुबह 5ः45 बजे डल के घाट नंबर नौ के सामने झील के करीब 400 मीटर अंदर एक हाउसबोट के कमरे से आग की लपटें निकलने के साथ हुई। इस हाउसबोट में दो दिन से पांच पर्यटक ठहरे हुए थे। लपटें देखकर पर्यटकों ने चिल्लाना शुरू कर दिया। पुकार सुनकर हाउसबोट के साथ सटे लड़की के एक हट में सो रहे हाउसबोट के मालिक और परिवार के अन्य सदस्य जाग गए और स्थानीय लोगों की मदद से आग बुझाने में जुट गए। इस बीच उन्होंने दमकल विभाग को भी सूचित कर दिया। सभी हाउसबोट तथा हट लकड़ी के होने के कारण आग इतनी तेजी से फैली कि साथ सटे हाउसबोट व अन्य रिहायशी ढाचों को भी अपनी चपेट में ले लिया। इस दौरान अन्य हाउसबोट में ठहरे 11 सैलानियों समेत 55 लोगों को सुरक्षित निकाला गया।
दमकल कर्मियों के वहां पहुंचने तक पांच हाउसबोट व आठ रिहायशी ढांचे राख हो चुके थे। आग की चपेट में आए तीन विदेशी पर्यटकों के शव बरामद किए गए। इनकी पहचान अनिंदया कौशल, दास गुप्ता, और मोहम्मद मोइनुद के रूप में हुई है। सभी बांग्लादेश के रहने वाले हैं। आग को बुझाने में दमकल कर्मियों का श्रीनगर पुलिस और एसडीआरएफ ने भी पूरा सहयोग दिया। इस आग पर डेढ़ घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद नियंत्रण पाया जा सका।
इस हादसे में करोड़ों रुपये की संपत्ति का नुकसान हुआ है। राख हुई सभी पांच हाउसबोट डब्ल डिलेक्स कैटेगिरी की थीं। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। माना जा रहा है कि सर्दी बढ़ने के चलते किसी हीटिंग उपकरण में शार्ट सर्किट के कारण ही आग लगी। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने इस अनहोनी पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने शोक संतप्त परिवारों के प्रति गहरी संवेदना जताई है। उपराज्यपाल ने कहा जिला प्रशासन को प्रभावित व्यक्तियों को सभी आवश्यक सहायता प्रदान करने का निर्देश दिया है।