भारत का विदेशी मुद्रा भंडार बढ़ा, 4. 67 अरब डॉलर बढ़कर पहुंचा 590.78 अरब
मुंबई ।
देश का विदेशी मुद्रा भंडार 3 नवंबर को समाप्त सप्ताह में 4.7 अरब डॉलर बढ़कर 590.78 अरब डॉलर के सात हफ्ते के उच्च स्तर पर पहुंच गया। इससे पिछले सप्ताह में भी विदेशी मुद्रा में 2.6 अरब डॉलर की बढ़ोतरी दर्ज की गई थी। अक्तूबर, 2021 में देश का विदेशी मुद्रा भंडार 645 अरब डॉलर के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया था। आरबीआई के जारी आंकड़ों के मुताबिक, 3 नवंबर वाले सप्ताह में विदेशी मुद्रा संपत्ति 4.39 अरब डॉलर बढ़कर 521.9 अरब डॉलर पहुंच गई। आंकड़ों के मुताबिक, देश का स्वर्ण भंडार 20 करोड़ डॉलर बढ़कर 46.12 अरब डॉलर पर पहुंच गया । आईएमएफ में भारत का आरक्षित भंडार 1.6 करोड़ डॉलर की बढ़ोतरी के साथ4.79 अरब डॉलर हो गया ।
शेयर बाजार में खुदरा निवेशकों का हिस्सा 7.62 फीसदी के उच्च स्तर पर - खुदरा निवेशक वे हैं जिनका किसी कंपनी में दो लाख रुपये से कम निवेश हो। इन निवेशकों ने सितंबर तिमाही में 7,597 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे हैं। अमीर निवेशक भी खूब शेयर खरीद रहे हैं। हाई नेटवर्थ इंडिविजुअल (एचएनआई) यानी ज्यादा अमीरों की एनएसई कंपनियों में हिस्सेदारी बढ़कर 2.05 फीसदी हो गई है। खुदरा और एचएनआई की हिस्सेदारी 9.68 फीसदी के सार्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गई है।
संवत 2079 में ज्यादा एफआईआई निवेश - संवत 2079 अब खत्म होने वाला है। इस दौरान आईआई ने 1.83 लाख करोड़ रुपये का निवेश किया है। एफआईआई ने 1.46 लाख करोड़ निवेश किया है। अक्तूबर में एफआईआई ने 24,548 करोड़ के और नवंबर में 4,343 करोड़ के शेयर बेचे। डीआईआई ने 28,254 करोड़ और 5,144 करोड़ के शेयर खरीदे हैं। बाजार विक्रम संवत 2080 तक तेजी बनाए रखने को तैयार है। कॉरपोरेट का मजबूत प्रदर्शन, बेहतर आर्थिक आंकड़ों और मोदी सरकार की वापसी की उम्मीदों से बाजार सकारात्मक दिख रहा है।
यात्री वाहनों की रिकॉर्ड थोक बिक्री - त्योहारी सीजन की मजबूत मांग के दम पर अक्तूबर में यात्री वाहनों की थोक बिक्री रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई। सोसायटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (सियाम) की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक, पिछले महीने यात्री वाहनों की थोक बिक्री सालाना आधार पर 16 फीसदी बढ़कर 3,89,714 इकाई पहुंच गई | अक्तूबर, 2022 में 3,36,330 यात्री वाहन बिके थे। इसी तरह, तिपहिया वाहनों की बिक्री भी 42 फीसदी बढ़कर 76,940 इकाईपहुंच गई। यह अब तक तक की सबसे अधिक मासिक बिक्री है। पिछले साल यह आंकड़ा 54,154 इकाईरहा था ।
दोपहिया में 20 फीसदी उछाल - आंकड़ों के मुताबिक, अक्तूबर में दोपहिया वाहनों की बिक्री 20 फीसदी बढ़कर 18,95,799 इकाई पहुंच गई ।सियाम के अध्यक्ष विनोद अग्रवाल ने कहा, यात्री और तिपहिया वाहनों दोनों ने अक्तूबर में अब तक की सबसे अधिक बिक्री दर्ज की है । वृद्धि की यह रफ्तार वाहन उद्योग के लिए उत्साहजनक है ।
शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह 22 फीसदी बढ़कर 10.60 लाख करोड़ रुपये - चालू वित्त वर्ष में अब तक शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि के मुकाबले 22 फीसदी बढ़कर 10.60 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया है। यह पूरे साल के लिए बजट लक्ष्य का 58 फीसदी है। आयकर विभाग ने बताया कि शुद्ध कॉरपोरेट कर संग्रह 12.48 फीसदी बढ़ा और पर्सनल इनकम टैक्स 31.77 फीसदी बढ़ा। इस दौरान करदाताओं को कुल 1.77 लाख करोड़ रुपये लौटाए गए। सकल आधार पर कुल प्रत्यक्ष कर संग्रह 17.59 फीसदी बढ़कर 12.37 लाख करोड़ रुपये रहा है।
व्यक्तिगत आयकर में 28.29 फीसदी उछाल - आंकड़ों के मुताबिक, कॉरपोरेट आयकर में 7.13 फीसदी की वृद्धि रही । व्यक्तिगत आयकर 28.29 फीसदी बढ़ गया। 2023-24 के बजट में प्रत्यक्ष कर संग्रह 18.23 लाख करोड़ रुपये से थोड़ा अधिक होने का अनुमान लगाया गया है, जो पिछले वित्त वर्ष में जुटाए गए 16.61 लाख करोड़ से 9.75 फीसदी अधिक है।
विनिर्माण क्षेत्र के प्रदर्शन से आईआईपी 5.8 फीसदी बढ़ा - विनिर्माण व खनन क्षेत्र के बेहतर प्रदर्शन से औद्योगिक उत्पादन की वृद्धि दर सितंबर, 2023 में 5.8 फीसदी रही । औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) पर आधारित औद्योगिक उत्पादन अगस्त, 2023 में 10.3 फीसदी और एक साल पहले सितंबर 2022 में 3.3 फीसदी की दर से बढ़ा था । राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) के आंकड़ों के मुताबिक, सितंबर 2023 में विनिर्माण क्षेत्र का उत्पादन 4.5 फीसदी बढ़ा खनन उत्पादन 11.5 फीसदी और बिजली उत्पादन 9.9 फीसदी की दर से बढ़ा। आईआईपी में अप्रैल-सितंबर, 2023 के दौरान 6 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई। एक साल पहले की समान अवधि में यह आंकड़ा 7.1 फीसदी रहा था।
वैश्विक राष्ट्र-ब्रांडिंग के लिए फ्रांस ने भारत को चुना - फ्रांस की सरकार ने मेक इट आइकॉनिक विषय पर अपने वैश्विक राष्ट्र-ब्रांडिंग अभियान के लिए प्राथमिकता के रूप में पांच देशों में भारत को भी चुना है। इस अभियान का मकसद फ्रांसीसी भावना के 'मूल' में आविष्कारशीलता, साहस को प्रदर्शित करना और दुनिया भर की प्रतिभाओं, दोस्तों और भागीदारों को आमंत्रित करना है ।