तेहरान । ईरान के विदेश मंत्री हुसैन अमीरबदुल्लाहियां ने शुक्रवार को चेतावनी दी कि अगर गाजा पट्टी पर इजराइल के हमले तुरंत नहीं रुके तो हिंसा पश्चिम एशिया के अन्य हिस्सों में फैल सकती है। हुसैन बगदाद से लेबनान की राजधानी बेरूत पहुंचे हैं और बाद में सीरिया की राजधानी दमिश्क जाएंगे। ईरान तथाकथित प्रतिरोध की धुरी का नेतृत्व करता है जिसमें क्षेत्र में शक्तिशाली चरमपंथी समूह शामिल हैं। इनमें लेबनान में हिजबुल्लाह और इराक में पॉपुलर मोबिलाइजेशन फोर्सेज हैं। हुसैन ने लेबनान के विदेश मंत्री के साथ मुलाकात के बाद बेरूत में संवाददाताओं से बातचीत की। लेबनान के विदेश मंत्री से हुसैन की मुलाकात में दोनों ने गाजा पर इजराइल के हमलों को समाप्त किये जाने की जरूरत बताई। उन्होंने हिजबुल्लाह के नेता हसन नसरल्लाह के साथ-साथ कार्यवाहक प्रधानमंत्री नजीब मिकाती और संसद के अध्यक्ष से भी मुलाकात की। इस तरह की आशंकाएं हैं कि युद्ध लेबनान की सीमा तक पहुंच सकता है जहां हिजबुल्लाह के लड़ाके शनिवार को दक्षिणी इजराइल पर हमास के हमले के बाद से चौकन्ने हैं। इजराइल की सेना ने गुरुवार को सीरिया के दो प्रमुख अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डों पर हमला किया था। दमिश्क और अलेप्पो में हवाई अड्डों पर हमलों के बाद सेवाएं ठप पड़ गईं। इससे पहले सीरिया की ओर से इजराइल के अधिपत्य वाले गोलन हाइट्स क्षेत्र में गोले दागे गए थे । गाजा पट्टी और वेस्ट बैंक पर इजराइली हमलों में मरने वालों की संख्या कुल 1,569 हो गई है, जबकि 7, 212 अन्य घायल हुए हैं। फिलिस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि गाजा में मरने वालों की संख्या 1,537 तक पहुंच गई है, जिनमें 500 बच्चे और 276 महिलाएं भी शामिल हैं। फिलिस्तीनी इस्लामिक प्रतिरोध आंदोलन (हमास) द्वारा शनिवार को बड़े पैमाने पर किए गए अचानक हमले के जवाब में इजराइल हमास गाजा पट्टी पर हमले की और गुरुवार को भी गाजा के विभिन्न क्षेत्रों पर इजराइली हवाई हमले जारी रखे । इजराइल के सार्वजनिक प्रसारक कान ने बताया कि हमास की ओर से इजराइल पर किए गए हमले में अब तक मरने वालों की संख्या 1,300 से अधिक हो गई है।