बच्चों को पढ़ाने में शिक्षकों को सहयोग देगी सरकार : सीएम
शोणितपुर (हि.स.)। मुख्यमंत्री डॉ हिमंत विश्व शर्मा ने कहा है कि राज्य के शिक्षकों को सरकार हर संभव सहायता करेगी। लेकिन, शिक्षकों को सुबह स्कूलों में बच्चों के बीच जाकर उन्हें पढ़ना होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि बच्चों में भगवान बसते हैं। मंदिरों और नामघरों में जाकर भगवान को जितना प्राप्त किया जा सकता है, उसी प्रकार हुए बच्चों के हृदय में वे भगवान को देखते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षक समय पर स्कूल जरूर पहुंचें। यदि शिक्षकों का स्कूल घर से दूर है तो उन्हें सरकार स्कूटी देगी। वे आज ही राज्य के एक लाख शिक्षकों को स्कूटी देने को लेकर शिक्षा मंत्री से बात करेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन शिक्षकों का 10 वर्ष पूरा हो चुका है, उन्हें सरकार तबादला करवाने की सुविधा भी देगी। सरकार शिक्षकों को हर तरह से सुविधा देगी। शिक्षक अपना पूरा ध्यान बच्चों के शिक्षण पर लगाएं। ये बातें मुख्यमंत्री डॉ शर्मा ने आज शोणितपुर जिला मुख्यालय तेजपुर में आयोजित एक साइकिल वितरण समारोह को संबोधित करते हुए कही। जिले के छात्रों में मुख्यमंत्री द्वारा आज साइकिलें बांटी गई। राज्य के हर जिले में साइकिल वितरण कार्यक्रम चल रहा है। इसके बाद मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया के जरिए कहा कि प्रगति और विकास, जीवन में सुगमता, स्थिति में सुधार और एक ऐसी परिस्थिति के निर्माण पर वे ध्यान केंद्रित करते हैं, जहां हमारे बच्चे गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त कर सकें। 4 हजार से अधिक स्कूलों को पुनर्जीवित करने और शिक्षण रिक्तियों को पूरा करने के अलावा, असम छात्रों को साइकिल, कंप्यूटर और दोपहिया वाहनों से भी लैस कर रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज हमने स्कूलों में 9 वीं कक्षा के 3 लाख 7 हजार मेधावी छात्रों को 161 करोड़ रुपए की लागत से साइकिलें वितरित कीं । जिनमें से 56 फीसदी लड़कियां हैं।