कांग्रेस का बयान पाकिस्तान और तालिबान के समान : हिमंत
गुवाहाटी । युद्ध के नए दौर के बीच फिलिस्तीनी अधिकारों के समर्थन में कांग्रेस के प्रस्ताव पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने आरोप लगाया कि कांग्रेस के बयान में पाकिस्तान और तालिबान के बयानों के साथ आश्चर्यजनक समानताएं हैं। एक्स पर एक पोस्ट में शर्मा ने कहा कि तीन पहलुओं में समानताएं हैं। कांग्रेस का प्रस्ताव हमास की निंदा न करें, इजराइल पर आतंकवादी हमले की निंदा न करें और बंधकों महिलाओं और बच्चों पर चुप रहें। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि तुष्टीकरण की राजनीति के लिए देश के हित की बलि चढ़ाना कांग्रेस के डीएनए में है। कांग्रेस वर्किंग कमेटी (सीडब्ल्यूसी) द्वारा पारित प्रस्ताव में कहा गया है कि उसे फिलिस्तीनी लोगों के भूमि, स्व- शासन और गरिमा और सम्मान के साथ जीने के अधिकारों के लिए लंबे समय से समर्थन प्राप्त है। इसने इजरायली बलों और हमास आतंकवादियों के बीच तत्काल संघर्ष विराम का भी आह्वान किया। सीडब्ल्यूसी फिलिस्तीनी लोगों के भूमि, स्व- शासन और गरिमा और सम्मान के साथ जीने के अधिकारों के लिए अपने दीर्घकालिक समर्थन को दोहराती है। कांग्रेस के बयान में कहा गया है कि सीडब्ल्यूसी तत्काल युद्धविराम का आह्वान करती है और सभी लंबित मुद्दों पर बातचीत शुरू करने का आह्वान करती है, जिसमें वे अनिवार्य मुद्दे भी शामिल हैं, जिन्होंने वर्तमान संघर्ष को जन्म दिया है। इसे असम के मुख्यमंत्री ने अपने एक्स हैंडल पर साझा किया। प्रस्ताव को लेकर भाजपा द्वारा कांग्रेस पर निशाना साधने के बाद पार्टी ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने भी यही रुख अपनाया था। लोकसभा में कांग्रेस के उपनेता गौरव गोगोई ने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा की सफलता के बाद, भाजपा केवल कांग्रेस के बारे में बात कर रही है और अपने इतिहास के साथ-साथ वाजपेयीजी के भाषण को भी भूल गई है।