गुवाहाटी (हिंस)। भारतीय सेना की ईस्टर्न कमांड गुवाहाटी में पहली बार ईस्ट टेक - 2023 का आयोजन किया जा रहा है। इसका आयोजन असम सरकार के उद्योग और वाणिज्य विभाग के सहयोग से किया जा रहा है। इसके उद्घाटन के अवसर पर असम सरकार के मंत्री बिमल बोरा और सेना के लेफ्टिनेंट जनरल राणा प्रताप कलिता मौजूद थे। यह विशेष मेला दो दिवसीय कार्यक्रम के साथ आयोजित किया जा रहा है । अत्याधुनिक हथियारों के साथ-साथ सेना में इस्तेमाल होने वाली विभिन्न मशीनरी को इसमें प्रदर्शित किया जा रहा है। टैंक, ड्रोन, बंदूकें, रोबोट, नाइट विजन सहित अत्याधुनिक हथियारों का प्रदर्शन इसमें किया जारहा है । पूर्वोत्तर में पहली बार यह मेला गुवाहाटी में आयोजित किया जा रहा है। सेना द्वारा हर साल इस विशेष प्रदर्शनी का आयोजन किया जाता है । यह मेला पिछले साल कोलकाता में आयोजित किया गया था । ऐसी कंपनियां जिनसे विभिन्न उपकरण और हथियार खरीदते हैं, प्रदर्शनी में 200 कंपनियां भाग ले रही हैं। असम सरकार ने विभिन्न संस्थानों को आमंत्रित किया है। यदि संस्थान असम में स्थापित करना चाहते हैं तो उन्हें हर प्रकार की सहायता का आश्वासन दिया जाता है। मंत्री बिमल बोरा नई पीढ़ी से ऐसे संस्थानों में शामिल होने का आग्रह किया है। यह ईस्ट टेक 2023 मनीराम देवान ट्रेड सेंटर, गुवाहाटी में आयोजित किया जा रहा है।इस मामले में पुलिस अधिकारियों ने बताया कि दीपावली के मद्देनजर राजेंद्रन ने 30 और श्रमिकों को नियुक्त किया था जो पटाखों की मांग को पूरा करने के लिए ओवरटाइम काम कर रहे थे, जब यह घटना हुई। विस्फोटक घटकों में एक चिंगारी के कारण बड़ी तबाही हुई और आग ने पटाखा यूनिट और गोदाम परिसर को अपनी चपेट में ले लिया। जबकि अन्य लोग सुरक्षा के लिए भागे, उनमें से ग्यारह की मौत हो गई और 20 से अधिक घायल हो गए। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने मृतकों के परिजनों को 3 लाख रुपये और विभिन्न अस्पतालों में इलाज करा रहे लोगों को 1 लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की है।