आईएमएफ ने वित्तीय वर्ष 2024 में भारत की वृद्धि दर का अनुमान 6.1 प्रतिशत से बढ़ाकर 6.3 प्रतिशत किया, बताया ये कारण
नई दिल्ली । अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने अप्रैल-जून तिमाही में उम्मीद से अधिक खपत का हवाला देते हुए वित्त वर्ष 2024 के लिए भारत की विकास दर का अनुमान 6.1 प्रतिशत से बढ़ाकर 6.3 प्रतिशत कर दिया। आईएमएफ की ओर से किया गया यह बदलाव भारत के आंकड़ों में किए गए कई बदलावों में सबसे नया है। भारतीय रिजर्व बैंक के पूर्वानुमानों के अनुसार वित्त वर्ष 2024 के लिए भारत की विकास दर 6.5 प्रतिशत के आसपास रह सकती है। वित्त वर्ष 2025 के लिए विकास के पूर्वानुमान को 6.3 प्रतिशत पर अपरिवर्तित रखा गया है। आईएमएफ के अनुसार आने वाले समय में भारत सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था बना रहेगा। आईएमएफ ने वर्ल्ड इकोनॉमिक आउटलुक में कहा कि भारत की विकास दर मजबूत बनी रहेगी। 2023 और 2024 में इसके 6.3 प्रतिशत रहने का अनुमान है। ऐसा अप्रैल से जून-तिमाही में उम्मीद से बेहतर खपत के आंकड़ों के कारण है। आईएमएफ ने अपने हालिया पूर्वानुमानों में पश्चिम एशिया में चल रहे तनाव को शामिल नहीं किया है। भारतीय अर्थव्यवस्था पिछले वर्ष की तुलना में अप्रैल-जून तिमाही में 7.8 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई। आईएमएफ की ओर से भारत की वृद्धि दर के पूर्वानुमानों में किया गया ताजा इजाफा अप्रैल में उसकी ओर से लगाए गए अनुमानों से 0.4 प्रतिशत अधिक है। वित्तीय वर्ष 2024 के लिए विश्व बैंक ने भारत की विकास दर 6.3 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया है।