महाराष्ट्र की राजनीति में उबाल आना स्वाभाविक है, इससे लोगों का आहत होना भी उचित हैं छत्रपति प्रतिमा का ढहना शासन – तंत्र की भ्रष्टता का प्रमाण
अतीत में अतीक के साथ जो नेता जुड़े थे, कहीं उन्होंने तो दोनों भाइयों को खामोश नहीं करवा दिया? देश जब अपने लोकतंत्र की स्थापना के लिए संघर्ष कर रहा
शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह 22 प्रतिशत से बढ़ा, साढ़े नौ लाख करोड़ हुआ टैक्स, व्यक्तिगत आयकर में भी उछाल