कोलकाता। पश्चिम बंगाल का एक राजकोषीय व्यय रेटिंग एजेंसी की नजर में 2024-25 वित्त वर्ष की GDP पहली छमाही में इसके पूंजीगत व्यय से अधिक हो गया है। रेटिंग एजेंसी के • अनुसार इससे राजस्व व्यय और राजकोषीय व्यय के बीच बढ़ते असंतुलन का पता चलता है, जो भारतीय राज्यों में देखे गए व्यापक रुझानों के अनुरूप है। रेटिंग एजेंसी की ताजा रिपोर्ट में बताया गया है कि पश्चिम बंगाल ने राजस्व व्यय में 13.5 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है, जबकि पूंजीगत व्यय केवल 7.7 प्रतिशत बढ़ा है। रिपोर्ट में इस वृद्धि की जिम्मेदार कारण चुनावी वादों के लिए मुफ्त उपहार, आय सहायता और ऋण माफी को लागू करना बताया गया है। रिपोर्ट के अनुसार, 2025 की पहली छमाही में पश्चिम बंगाल के राजस्व व्यय मजबूत रहा है और यह अन्य राज्यों की तुलना में उत्तम है।