
गुवाहाटी (विभास) । गुवाहाटी महानगर की समाजसेवी महिलाओं की संस्था उल्लास महिला समिति ने समाज सेवा के साथ-साथ सदस्योंओं के बीच आपसी सद्भाव और समन्वय को मजबूत करने के उद्देश्य से होली के उपलक्ष्य में होली उत्सव का आयोजन कुमारपाड़ा के काके दी हट्टी में आयोजित किया। जिसका शुभारंभ समिति की अध्यक्ष मंजू बेगवानी, सचिव राज सुराणा, कोषाध्यक्ष अमिता भंसाली और रेनू सुराणा ने भगवान गणेश के चित्र के आगे दीप प्रज्ज्वलित करके किया। अमिता भंसाली और राज सुराणा ने गणेश वंदना से सांस्कृतिक कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस अवसर पर समिति की अध्यक्षा मंजू बेगवानी ने सभी सदस्योंओ को अबीर गुलाल लगाते हुए स्वागत भाषण में बताया कि 2010 में स्थापना हुई महिलाओं की इस संस्था का मुख्य उद्देश्य समाज सेवा और जन कल्याण के कार्यक्रम करना है। समिति के सौजन्य से शिक्षा, चिकित्सा, पेयजल सेवा एवं वृद्ध आश्रम में सहयोग आदि कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। कैंसर हॉस्पिटल एवं अन्य चिकित्सा संस्थान में जरूरमंद के सामान भी प्रदान किए जाते हैं। कई जगह ठंडे पानी की मशीन लगाकर पेयजल सेवा में भी यह संस्था हमेशा आगे रही है। समिति की सदस्योंओ के बीच आपसी सद्भाव और सामंजस्य बनाने के उद्देश्य से होली एवं दीपावली प्रीति सम्मेलन का भी आयोजन किया जाता है। इसी कड़ी में आज होली उत्सव मनाया गया। कार्यक्रम के शुरुआत में कार्यक्रम संचालिका कुसुम बैद ने सभी सदस्या बहनों को होली की उपाधि देकर कार्यक्रम में हंसी का माहौल बना दिया। कार्यक्रम संयोजिका मीनू दुधोड़िया और कविता जोगड के नेतृत्व में गीत नृत्य का कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें उषा सुराणा, रंजना भंसाली, शशि सुराणा, उर्मिला दुग्गड़, निर्मला दुग्गड़, बीणा चौरड़िया, चंद्रकांता घोड़ावत, मंजू दुग्गड़, सुमन बोथरा ने नृत्य एवं लघु नाटिका प्रस्तुत की । श्वेता सुराणा, सुनीता गुजरानी और सरोज दुग्गड़ ने होली का गीत प्रस्तुत किया। समारोह के दौरान समिति की पूर्व अध्यक्षा चंद्रकांता घोड़ावत और अमराव बोथरा का होली की परंपरा के अनुसार अभिनंदन किया गया। कोषाध्यक्ष अमिता भंसाली ने बताया कि समिति के पास जो भी धन संग्रह होता है वह सारा समाज सेवा एवं जन कल्याण के कार्यों में ही खर्च किया जाता है । कार्यक्रम में उपस्थित सभी 61 सदस्योंओ को होली का उपहार भी वितरण किया गया। समिति की सचिव राज सुराणा ने सभी सदस्योंओं का आभार प्रकट करते हुए धन्यवाद दिया।
