हिसार ( हिंस )। जिला बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष एडवोकेट मनदीप बिश्नोई ने हाल ही में आए चुनाव परिणामों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि कांग्रेस के शीर्ष नेताओं को ईवीएम पर सवाल उठाने की बजाए हार पर आत्ममंथन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में प्रत्यक्ष तौर पर जिन नेताओं के हाथ मे पार्टी की कमान थी, उनका अति उत्साह और अत्यंत घमंड ही हार का मुख्य कारण है। एडवोकेट मनदीप बिश्नोई ने रविवार को कहा कि अगर अब भी कांग्रेस नहीं जागी और सांगठनिक तौर पर समाज के हर वर्ग को साथ लेकर नहीं चली तो प्रदेश में कांग्रेस का हाल मध्यप्रदेश और गुजरात जैसा हो जाएगा। मध्यप्रदेश व गुजरात मे वहां के प्रदेश स्तरीय कांग्रेसी छत्रप अपने आप को पार्टी से बड़ा समझने लगे तो प्रदेश की जनता से उन्हें दुत्कार हाथ लगी और दशकों से कांग्रेस वहां पर सत्ता से दूर बैठी है। उन्होंने कहा हरियाणा में पिछले दस वर्षों से कांग्रेस में संगठन नाम की कोई चीज नही है जबकि दूसरी तरफ बीजेपी सांगठनिक तौर पर बहुत मजबूत है, उसमें व्यक्ति विशेष की बजाए संगठन सर्वोपरि माना जाता है और प्रदेश में तीसरी बार सत्ता में आने का कारण भी यही है। उन्होंने कहा कि अब प्रदेश में हार की जिम्मेदारी अपने आप उन्हीं लोगों को लेनी चाहिए जिनके हाथों में कांग्रेस की बागडोर थी और जो अपने दम पर सत्ता लाने का दम भरते थे। उन्होंने टिकट बंटवारे में किसी भी नेता और कार्यकर्ता की नहीं सुनी।