भारत से इलेक्ट्रॉनिक्स का निर्यात वित्त वर्ष 25 की अप्रैल-नवंबर अवधि में 22.5 बिलियन तक पहुंच गया है, जो इसके पहले वित्त वर्ष 24 में इसी अवधि के 17.66 बिलियन डॉलर के मुकाबले लगभग 28 फीसदी की वृद्धि को दर्शाता है । यह बढ़ोतरी इलेक्ट्रॉनिक्स को भारत के शीर्ष दस निर्यात क्षेत्रों में सबसे तेजी से बढ़ने वाला सेक्टर बना रही है। इसने छठे स्थान से तीसरे स्थान पर छलांग लगाई है, केवल इंजीनियरिंग उत्पादों और पेट्रोलियम के बाद । इस वृद्धि का मुख्य श्रेय स्मार्टफोन उत्पादन को बढ़ावा देने वाली प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव (पीएलआई) योजना को जाता है । स्मार्टफोन निर्यात 13.11 बिलियन डॉलर तक पहुंच गया है, जो वित्त वर्ष 24 के 9.07 बिलियन डॉलर के मुकाबले 45 फीसदी की वृद्धि है। स्मार्टफोन अब कुल इलेक्ट्रॉनिक्स निर्यात का 58 फीसदी हिस्सा रखते हैं, और यह हिस्सा वित्तीय 25 के आखिर तक 60-65 फीसदी तक पहुंचने की उम्मीद है। इलेक्ट्रॉनिक्स निर्यात अब पेट्रोलियम निर्यात के आधे तक पहुंच रहा है, जो पिछले वर्षों की तुलना में एक बड़ी उपलब्धि है। अमेरिकी बाजार में स्मार्टफोन निर्यात ने अब हीरा निर्यात को भी पीछे छोड़ दिया है। सरकार घरेलू उत्पादन को बढ़ावा देने और निर्यात आधारित विकास मॉडल को मजबूत करने के लिए टैरिफ संरचना की समीक्षा कर रही है ।