सुप्रीम कोर्ट का बड़ा फैसला, जेट एयरवेज के निवेशकों को लगा बड़ा झटका

सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को जेट एयरवेज की पुनरुद्धार योजना को खारिज कर दिया और कंपनी के परिसमापन का आदेश जारी किया । यह फैसला 1.43 लाख निवेशकों के लिए बड़ा झटका है, जिनके पैसे अब डूबने का खतरा है। ये निवेशक पिछले साढ़े पांच साल से कंपनी के पुनरुद्धार की उम्मीद कर रहे थे, लेकिन सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद उनके पैसे पूरी तरह डूबने की संभावना जताई गई है। कोर्ट ने नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (एनसीएलटी) के फैसले को पलट दिया और निर्देश दिया कि जेट एयरवेज की संपत्ति बेची जाए और उसके लेनदारों को भुगतान किया जाए। इसके अतिरिक्त, अदालत ने कालरॉक कंसोर्टियम की पुनरुद्धार योजना को खारिज कर दिया क्योंकि कंसोर्टियम ने अब तक कंपनी में कोई फंड नहीं लगाया था । इस निर्णय के बाद जेट एयरवेज के शेयरों में भारी गिरावट देखी गई, स्टॉक करीब 5 फीसदी गिरकर 34 रुपये पर बंद हुआ। 2 लाख रुपये से कम निवेश वाले निवेशकों में, जिनकी संख्या लगभग 1.43 लाख है, उनका कुल निवेश लगभग 19.29 फीसदी है। विशेषज्ञों का मानना है कि अब उनके निवेश के पूरी तरह डूब जाने का जोखिम बढ़ गया है। जेट एयरवेज के विमान अप्रैल 2019 से ही उड़ान नहीं भर रहे हैं, और तब से कंपनी के पुनर्गठन के प्रयास अधर में लटके हुए हैं। आखिरी उम्मीद कलरॉक कंसोर्टियम पर टिकी थी, जिसने अपनी पुनरुद्धार योजना में सार्वजनिक शेयरधारिता को 0.21 फीसदी कम करने का प्रस्ताव रखा था। इसका मतलब सार्वजनिक शेयरधारकों के लिए बाजार मूल्य का अंत होता, लेकिन वे अपना पैसा वापस पाने की उम्मीद कर रहे थे । अब, सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के बाद, जेट एयरवेज के शेयरों को एक्सचेंज से हटा दिए जाने का जोखिम है, जैसा कि पहले डीएचएफएल के साथ हुआ था।

सुप्रीम कोर्ट का बड़ा फैसला, जेट एयरवेज के निवेशकों को लगा बड़ा झटका
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