सीएम ने चिरांग में 465 करोड़ की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास किया
गुवाहाटी (हि.स.)। मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत विश्व शर्मा ने बुधवार को चिरांग जिले के लिए 465 करोड़ रुपए की कुल लागत वाली कई विकासात्मक परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया । मुख्यमंत्री ने बासुगांव में 419.05 मीटर लंबे रेलवे ओवरब्रिज का उद्घाटन किया, जिसे 2.55 करोड़ रुपए की लागत से बनाया गया है। वहीं कुकलुंग नदी पर बना 152 मीटर लंबा आरसीसी पुल का उद्घाटन किया। जिसे 63 करोड़ रुपए की लागत से बनाया गया है। इसी तरह 10.98 करोड़ की लागत से बने बिजनी-कुक्लुंग रोड से कुमारसाली एसएसबी कैंप तक सड़क आरसीसी पुल का उद्घाटन किया। मुख्यमंत्री ने काजलगांव में एक अत्याधुनिक जिला खेल स्टेडियम परिसर के निर्माण की आधारशिला भी रखी, जिसे 26,348 वर्ग मीटर निर्मित क्षेत्र के साथ 37 बीघे भूमि पर विकसित किया जा रहा है। जिसकी परियोजना लागत 39 करोड़ रुपए है। इसके अलावा, असम माला योजना के तहत डॉ. शर्मा ने लगभग 204 करोड़ रुपए की लागत से 40.77 किलोमीटर लंबी चापागुड़ी - अमटेका भूटान सीमा सड़क के सुधार और उन्नयन की आधारशिला रखी। गेरुकाबारी के माध्यम से उन्नत बिजनी - पनबारी रोड का उद्घाटन किया । जिस पर 4.4 करोड़ रुपए की लागत आई है। 10.75 करोड़ रुपए की लागत से महाबीर लाचित चिलाराय सेतु निर्माण अभियान के तहत सिका नदी पर बने 50 मीटर लंबे आरसीसी पुल का उद्घाटन किया । जल जीवन मिशन के तहत, डॉ. शर्मा ने दो बड़ी बहु-ग्राम योजनाओं, अर्थात चंपामती बहु- ग्राम ग्रामीण जल आपूर्ति और सुरंग बहु- ग्राम ग्रामीण जल आपूर्ति योजना की आधारशिला रखी। जिसकी कुल परियोजना लागत लगभग 132 करोड़ रुपए है। काजलगांव में एक सार्वजनिक बैठक को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री डॉ. शर्मा ने विश्वास जताया कि उपरोक्त परियोजनाएं आने वाले दिनों में चिरांग जिले के निवासियों की आशाओं और आकांक्षाओं को पूरा करने में मददगार 'पूरा साबित होंगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों से चिरांग में चल रही विकासात्मक गतिविधियों की तीव्रता जिले के लोगों के प्रति भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली राज्य सरकार की प्रतिबद्धता की पुनरावृत्ति है। डॉ. शर्मा ने कहा कि आज जिन सड़क बुनियादी ढांचा परियोजनाओं का उद्घाटन या शुभारंभ किया गया, उनमें जिले में आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देने की क्षमता है और इ प्रक्रिया से आने वाले दिनों में चिरांग के निवासियों के एक बड़े प्रतिशत का आर्थिक उत्थान होगा।