सस्ते श्रम के कारण अवैध बांग्लादेशियों को रोजगार न दें

मुंबई | असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने सोमवार को अवैध बांग्लादेशी घुसपैठिए पर कड़ा प्रहार किया है। उन्होंने उद्योगपतियों से अपील की कि वे सस्ते श्रम के कारण अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों को रोजगार न दें। उन्होंने यह भी कहा कि अवैध बांग्लादेशी अब असम में घुसने की हिम्मत नहीं करते और जो घुस गए हैं उन्हें वापस भेजने की प्रक्रिया चल रही है। बंगाल और असम बांग्लादेशियों के लिए एंट्री प्वाइंट बन गए हैं, लेकिन राष्ट्रहित में हमारा ग्राउंड एक्शन रोज राष्ट्रहित में होता है। सीएम हिमंत विश्व शर्मा ने कहा कि हमने 1978 में ही चेतावनी दी थी कि बांग्लादेशियों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए, नहीं तो 30 साल बाद भारत में सिर्फ बांग्लादेशी ही दिखेंगे। कई बांग्लादेशी कपड़ा उद्योग में काम करने के बहाने यहां घुस आते हैं। उन्होंने कहा कि अगर हम एक बार तय कर लें कि बांग्लादेशियों को नहीं आने देना है तो वे आना बंद कर देंगे। अगर किसी समस्या का समाधान करना है तो उसकी जड़ पर हमला करना होगा। सीएम शर्मा ने सोमवार को टाटा, अडानी ग्रुप और महिंद्रा समेत कई कॉरपोरेट घरानों के लोगों से मुलाकात के बाद प्रेस कांफ्रेंस में यह बात कही । उन्होंने कहा कि बांग्लादेश से अवैध प्रवास की समस्या की जड़ पर प्रहार करने की जरूरत है, ऐसे प्रवासियों को काम पर न रखकर । उद्योग द्वारा नियुक्त बिचौलिए बांग्लादेश से सस्ते श्रम लाने के लिए इन श्रमिकों को काम पर रखते हैं। यह पूछे जाने पर कि क्या सप्ताहांत में उद्योग प्रमुखों के साथ उनकी बैठक के दौरान यह मुद्दा उठा था, उन्होंने कहा कि उस मुद्दे पर फिर से जोर देने की कोई जरूरत नहीं है, जिस पर असम 1979 से लड़ रहा है। राज्य को उम्मीद है कि फरवरी में गुवाहाटी में होने वाले एडवांटेज असम 2.0 निवेश शिखर सम्मेलन में केंद्र सरकार और उसकी संबद्ध संस्थाओं से एक लाख करोड़ रुपए के निवेश की प्रतिबद्धता मिलेगी। एडवांटेज असम 2.0 निवेश शिखर सम्मेलन 25-26 फरवरी को होना है। इसमें पर्यटन, सेमीकंडक्टर और रक्षा जैसे क्षेत्रों में निवेश आकर्षित करने पर विशेष जोर दिया जाएगा। असम के सीएम ने कहा कि सेमीकंडक्टर असेंबली प्लांट के लिए टाटा समूह का 27,000 करोड़ रुपए का निवेश तय समय पर है। इसका पहला चरण इस साल नवंबर या दिसंबर में शुरू होगा ।

सस्ते श्रम के कारण अवैध बांग्लादेशियों को रोजगार न दें
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