कोलकाता (हि.स.)। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सोमवार को संदेशखाली पहुंचीं। यहां सरकारी कार्यक्रम के माध्यम से उन्होंने 36 मिनट का भाषण दिया। इस दौरान उन्होंने महिलाओं को दिदी की तरह समझाया और सतर्क रहने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि दिदी जो कहती है, वह करती है। याद रखें, संदेशखाली में कुछ भी होता है तो दिदी तक खबर पहुंचने में एक सेकंड भी नहीं लगेगा। मुख्यमंत्री ने सरकारी योजनाओं के माध्यम से क्षेत्र के 20 हजार से अधिक लोगों तक सेवाएं पहुंचाई। उन्होंने कन्नाश्री, रूपश्री, और स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड जैसी योजनाओं का जिक्र करते हुए संदेशखाली के लिए 123 करोड़ रुपए की परियोजनाओं की घोषणा की। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने महिलाओं को आश्वस्त किया कि सरकार के अधिकारी ही लाभार्थियों तक सेवाएं पहुंचाएंगे और उन्हें कहीं भी जाने या किसी को पैसे देने की जरूरत नहीं है। संदेशखाली इस साल की शुरुआत से ही विवादों में रहा है। जनवरी में यहां तृणमूल नेता शेख शाहजहां के घर ईडी की छापेमारी, और इसके बाद उनकी गिरफ्तारी ने राजनीतिक माहौल को गरमा दिया था। वहीं, महिलाओं पर अत्याचार और शोषण के आरोप भी क्षेत्र में चर्चा का विषय बने । इन घटनाओं के बावजूद तृणमूल कांग्रेस ने लोकसभा चुनावों में संदेशखाली के तहत आने वाले बशीरहाट लोकसभा क्षेत्र में बड़ी जीत दर्ज की। हालांकि, संदेशखाली विधानसभा क्षेत्र में पार्टी पिछड़ गई थी। महिलाओं के लिए विशेष संदेशमुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने महिलाओं को किसी के बुलाने पर जाने से मना किया। उन्होंने कहा कि दुष्ट लोगों के चंगुल में मत फंसें। कोई बुलाए तो मत जाएं। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि महिलाओं को किसी भी सरकारी सेवा के लिए कहीं जाने की जरूरत नहीं है। क्षेत्रीय विकास के लिए नई घोषणाएं ममता बनर्जी ने नदी से घिरे संदेशखाली के लिए नए जेटी बनाने और एक पुल निर्माण की घोषणा की। इसके अलावा, उन्होंने स्थानीय अस्पताल को 30 से 60 बिस्तरों तक विस्तारित करने का निर्देश दिया । गर्भवती महिलाओं के लिए प्रसव सुविधाएं उपलब्ध कराने का भी आदेश दिया गया। मुख्यमंत्री ने अगले साल के जनवरी और फरवरी में दुआरे सरकार शिविर लगाने की भी घोषणा की। हालांकि, यह स्पष्ट नहीं किया कि यह सिर्फ संदेशखाली के लिए होगा या अन्य ग्रामीण क्षेत्रों में भी । दिदी का भावनात्मक जुड़ावममता बनर्जी ने कहा कि मैं यहां इसलिए आई हूं ताकि आप सभी से जुड़ सकूं । उन्होंने भाजपा और विपक्ष के उन आरोपों को खारिज किया, जिसमें तृणमूल कांग्रेस पर महिलाओं के शोषण के आरोप लगाए गए थे।