शेख हसीना को सत्ता से बेदखल करने वालों ने यूनुस को भी हटाने की बनाई रणनीति

शेख हसीना को सत्ता से बेदखल करने वालों ने यूनुस को भी हटाने की बनाई रणनीति
शेख हसीना को सत्ता से बेदखल करने वालों ने यूनुस को भी हटाने की बनाई रणनीति

ढाका। बांग्लादेश में आने वाले समय में फिर से कुछ बड़ा देखने को मिल सकता है। ऐसा इसलिए क्योंकि देश की तत्कालीन पीएम शेख हसीना की सत्ता को उखाड़ फेंकने वाले छात्रों ने अब एक नई रणनीति पर काम करना शुरू कर दिया है। खबरों की मानें तो ये बांग्लादेशी छात्र इस सप्ताह एक नई राजनीतिक पार्टी शुरू करने की तैयारी में हैं। इस पूरे घटनाक्रम में प्रत्यक्ष जानकारी रखने वाले दो सूत्रों ने यह जानकारी दी। हसीना की सत्ता को समाप्त कर देने वाले इन छात्र समूहों ने अंतरिम सरकार मुख्य सलाहकार के रूप में नोबल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस की पैरवी की थी। अब ये छात्र जिस सगंठन को बनाने की योजना में हैं, उसमें यूनुस की भूमिका होगी या नहीं इसको लेकर कोई जानकारी सामने नहीं आई है। हालांकि, गौर करने वाली बात है कि उन्होंने पहले ही कहा है कि राजनीति में आने की उनकी कोई योजना नहीं है। बांग्लादेश में छात्रों के एक गुट स्टूडेंट अगेंस्ट डिस्क्रिमिनेशन (एसएडी) ने विरोध प्रदर्शनों का नेतृत्व किया। देखते ही देखते ये आंदोलन हिंसा में बदल गया। सार्वजनिक क्षेत्र की नौकरी कोटा के खिलाफ छात्रों के नेतृत्व में आंदोलन शुरू हुआ जो आगे चल कर राष्ट्रव्यापी विद्रोह में बदल गया । इसके परिणामस्वरूप देश में अशांति के चरम पर पहुंचने के बाद हसीना को भारत भागने पर मजबूर होना पड़ा। बताया जाता है कि बुधवार को संभावित कार्यक्रम के दौरान छात्र समूह नई पार्टी शुरू करने की योजना को अंतिम रूप दे रहा है। सूत्रों ने बताया कि हसीना के जाने के बाद बांग्लादेश की कमान संभालने वाली अंतरिम सरकार में नाहिद इस्लाम शामिल हैं। हालांकि, यह भी कहा जा रहा है कि वे नई पार्टी के संयोजक के रूप में इससे जुड़ सकते हैं। बता दें कि नोबेल पुरस्कार विजेता मुहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार के भीतर छात्र हितों की वकालत करने में इस्लाम एक प्रमुख व्यक्ति रहे हैं । अगस्त 2024 से बांग्लादेश की कमान अंतरिम सरकार ही संभाल रही है। बांग्लादेश की सत्ता से शेख हसीना के जाने के बाद इस बात पर संशय बरकरार है कि देश में चुनाव कब होंगे। हाल के दिनों में यूनुस ने कहा है कि 2025 के अंत तक चुनाव हो सकते हैं। वहीं, कई राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि युवाओं के नेतृत्व वाली पार्टी देश के राजनीतिक परिदृश्य को महत्वपूर्ण रूप से बदल सकती है । सनद रहे कि बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस ने पहले ही साफ किया था कि उन्हें चुनाव लड़ने में कोई दिलचस्पी नहीं है। यूनुस के कार्यालय ने छात्र- नेतृत्व वाली राजनीतिक पार्टी के शुभारंभ पर टिप्पणी के अनुरोध का तुरंत जवाब नहीं दिया। शेख हसीना के पद छोड़ने के बाद से बांग्लादेश अशांति के माहौल से गुजर रहा है। बांग्लादेश में पिछले साल अगस्त में हफ्तों तक विरोध प्रदर्शन हुए। इस हिंसक आंदोलन में 1000 से अधिक लोगों की जान गई । संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार आयोग ने इस महीने कहा कि हसीना की पूर्व सरकार और सुरक्षा तंत्र के अधिकारियों ने विद्रोह के दौरान प्रदर्शनकारियों के खिलाफ व्यवस्थित रूप से गंभीर मानवाधिकार उल्लंघन किए।

शेख हसीना को सत्ता से बेदखल करने वालों ने यूनुस को भी हटाने की बनाई रणनीति
शेख हसीना को सत्ता से बेदखल करने वालों ने यूनुस को भी हटाने की बनाई रणनीति