विश्वनाथ और होजाई में उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही चार दिवसीय छठ महापर्व संपन्न

विश्वनाथ / होजाई (विभास / निसं ) । विश्वनाथ जिले में सूर्योपासना व आस्था का महापर्व छठ पूजा का आज प्रातः कालीन भास्कर को अर्घ्य देकर व्रतधारी ने चार दिवसीय छठ पूजा संपन्न की। साथ ही व्रतियों ने पारण कर 36 घंटा निर्जला व्रत का खंडन किया । प्रातः तीन बजे व्रतधारी घाट पहुंच कर छठ मईया की उपासना एवं उदय भास्कर को अर्घ्य देने के लिए पूजा अर्चना की। छठ घाट में व्रतियों ने कोसी भरने की परंपरा की छटा बिखेरी। विश्वनाथ चारिआलि के आमबाड़ी में स्थित केंद्रीय श्री श्री छठ पूजा समिति के पंडाल में श्रद्धालुओं का तांत लगा रहा है, सभी धर्मावलंबियों के लोगों ने छठ पूजा का आनंद उठाया। इस घाट में प्रायः चार सौ से अधिक व्रतधारी ने छठ पूजा करके उगते हुए आदित्य को विभिन्न ऋतु फलों, ठेकुआ, मिष्ठान से सजे सूप व टोकरी से अर्घ्य देकर भास्कर को दूध अर्पित किया इस घाट में व्रतधारी के होठों से पारंपरिक मधुर छठ मईया को गुनगुनाते हुए देखा गया। इस मौके पर केंद्रीय श्री श्री छठ पूजा समिति के वरिष्ठ सलाहकार गेशर प्रसाद साहू, गया प्रसाद गुप्ता, पूर्व अध्यक्ष राजु प्रसाद, पूर्व उपाध्यक्ष सत्यप्रकाश गुप्ता, पूर्व सचिव क्रमशः दिलीप सिंह, अखिलेश रौनियार, वर्तमान अध्यक्ष बलवीर राय, महासचिव अयोध्या प्रसाद गुप्ता, कोषाध्यक्ष सुधीर जयसवाल, अनिल साहू लव रौनियार, विश्व हिंदू परिषद विश्वनाथ जिलासचिव इंद्रजीत गुप्ता आदि मौजूद थे। विहिप जिलासचिव ने प्रातः कालीन सूर्य को अर्घ्य देकर भगवान् भास्कर से देश में सुख-शांति और मंगलमय की कामना की यहां घाट दुल्हन की तरह सजी थी, जिसमें असंख्य श्रद्धालु मौजूद थे। साथ ही व्रतियों ने सूर्य देव को पूजा अर्चना कर देश की सुख समृद्धि कामना की । व्रतियों ने उदीयमान सूर्य को अर्घ्य अर्पित करने के बाद महिलाओं के माथे पर सौभाग्य सिंदूर लगाकर प्रसाद स्वरूप पकवान और फलों का वितरण किया गया। इधर विश्वनाथ चारालि स्थित पश्चिम चारालि छठ पूजा समिति फलफली बाकरी के तत्त्वावधान में छठ पूजा धूमधाम से मनाया गया। समिति के अध्यक्ष अरविंद गुप्ता, उपाध्यक्ष राजदेउ साहू, महासचिव रामकुमार ठाकुर, कोषाध्यक्ष बबलू गुप्ता आदि सदस्य के नेतृत्व में छठ घाट एक अहम पहचान बनाई है | बालिचागं में श्री श्री छठ पूजा उद्यापन समिति ने भी छठ घाट पर व्रतधारी के लिए सभी सुव्यवस्था किया था। सुबह व्रतधारी को पंक्तिबद्ध तरीके से पूजारी ने दूध से भास्कर को अर्घ्य अर्पित कराया। घाट पर छठ पूजा का छटा छाया रहा। उल्लेखनीय है कि असम – अरुणाचल सीमावर्ती डफलागढ़, बाघमारी, बिहाली, हेलम, बेदेती, बरगांग, मोनाबाड़ी, बाघमारी, सोतिया, ईटाखोला और विश्वनाथ घाट में भी आस्था का महापर्व छठ की रौनक छाई हुई थी । होजाई से हमारे संवाददाता के अनुसार चार दिवसीय छठ महापर्व के तहत आज प्रातः भगवान भास्कर को दूसरा अर्घ्य देने के लिए व्रतधारी शिवबाड़ी स्थित पोखरी व नौतन बाजार स्थित पोखरी, आमतोला, मिल्क बस्ती आदि घाटों पर पहुंचे एवं भगवान भास्कर के उदय होने का इंतजार करने लगे। वहीं कई श्रद्धालुओं को पानी में खड़े होकर पूजा अर्चना करते देखा गया। ज्योंही भगवान सूर्य उदयमान हुए भक्तों ने अपना दूसरा अर्घ्य अर्पित करने के साथ- साथ 36 घंटे का निराहार व्रत पूर्ण किया। वहीं दूसरी और नोतून बाजार घाट पर महिलाओं द्वारा गाए जा रहे छठ के गीत माहौल भक्तिमय दिख रहा था। बच्चे रात्रि के समय में पटाखे छोड़ने में मस्त रहे। आत्मविश्वास के इस महापर्व की लोकप्रियता दिनों दिन बढ़ रही है फलस्वरूप बिहारीयों के अलावा बड़ी संख्या में मारवाड़ी, नेपाली, बंगाली, असमिया, पंजाबी आदि समुदाय के लोगों ने भी पूजा अर्चना की एवं प्रातः जाकर उदयमान सूर्य को अर्घ्य दिया। दोनों घाटों आयोजन समिति ने व्रतधारीयों एवं दर्शनार्थीयों को छठ महापर्व के सफल आयोजन हेतु धन्यवाद दिया ।

विश्वनाथ और होजाई में उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही चार दिवसीय छठ महापर्व संपन्न
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