विश्वकप में उतरी है अब तक पिता-पुत्र की ये जोड़ियां
नई दिल्ली । भारत में इस समय एकदिवसीय क्रिकेट विश्वकप खेला जा रहा है। विश्वकप में कई बार पिता और पुत्र की जोड़ियां भी उतरी हैं। इसमें लांस केर्न्स और उनके बेटे क्रिस कंस ने न्यूजीलैंड से खेला है जबकि क्रिस ब्रॉड और उनके बेटे स्टुअर्ट ब्रॉड ने इंग्लैंड की ओर से खेला है। रॉड लैथम ने न्यूजीलैंड से खेला है, उनके बेटे टॉम लैथम इस समय न्यूजीलैंड टीम की ओर से विश्वकप खेल रहे हैं। डॉन प्रिंगल ने ईस्ट अफ्रीका की ओर से साल 1975 के विश्वकप खेला था जबकि उनके बेटे डेरेक प्रिंगल ने 1987 और 1992 के विश्वकप में इंग्लैंड की ओर से खेला था। इसके अलावा केविन करेन और सेम करेन की जोड़ी ने भी अलग-अलग देशों की ओर से खेला है। पिता केविन करेन ने जिम्बाब्वे की ओर से 1983 और 1987 विश्वकप में खेला था पर उनके पुत्र बेटे सेम करेन इस विश्वकप में इंग्लैंड की ओर से खेल रहे हैं। डच टीम के टिम डी लीडे और अब उनके बेटे बास डी लीडे नीदरलैंड्स से खेल रहे हैं। इसके अलावा रॉजर बिन्नी और उनके बेटे स्टुअर्ट बिन्नी भी विश्वकप में भारतीय टीम के सदस्य रहे हैं। पिता रॉजर 1983 और 1987 के विश्वकप में भारतीय टीम की ओर से 9 मैच खेल चुके हैं । रॉजर के बेटे स्टुअर्ट, 2015 के विश्वकप में भारत की 15 सदस्यीय टीम में शामिल थे हालांकि उन्हें खेलने का अवसर नहीं मिला । केविन ने 1983 के विश्वकप में भारत के के. श्रीकांत और संदीप पाटिल को आउट किया था। 1987 के विश्वकप में केविन ने 75 रन बनाने के अलावा चार विकेट भी लिए थे। वहीं उनके पुत्र सेम का प्रदर्शन विश्वकप में अब तक अच्छा नहीं रहा है। उन्होंने अब तक तीन मैचों में 35 रन बनाए हैं और केवल दो विकेट लिए हैं।